Navratri 2023: मां दुर्गा के इन नामों के जाप मात्र से ही दूर होता है हर संकट, सभी कामनाएं पूर्ण करेंगी माता रानी
Maa Durga Name Jaap: चैत्र नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की पूजा विधान है. कहते हैं कि इन दिनों विधिविधान के साथ की गई पूजा से भक्तों को मनचाहा फल मिलता है. लेकिन अगर आप व्यस्त हैं, और मां की विधिविधान के साथ पूजा नहीं कर सकते, तो मां दुर्गा के इन 108 नामों का जाप किया जा सकता है.
Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 22 मार्च से हो चुकी है. आज मां दुर्गा की उपासना का दूसरा दिन है. बता दें कि इन 9 दिनों में मां अम्बे के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यता है कि इन दिनों में मां दुर्गा धरती पर भक्तों के बीच होती हैं और उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर पर उन्हें आशीर्वाद देती हैं. घर में प्रवेश करती हैं. वहीं भक्त भी मां की कृपा पाने के लिए इस दौरान पूरे जतन करते हैं.
कई बार लोग व्यस्ता के कारण मां दुर्गा की विधि-विधान के साथ पूजा नहीं कर पाते.ऐसे में मां दुर्गा के 108 नाम का जाप करना बेहद लाभदायी रहता है. इस उपाय को करने से मां दुर्गा प्रसन्न हो जाती हैं और व्यक्ति के सुख-समृद्धि और सफलता का आशीर्वाद देती हैं. आइए जानें मां दुर्गा के 108 नाम के बारे में, जिनका जाप करने से भक्तों को विशेष फल की प्राप्ति होती है.
मां दुर्गा के 108 नाम का जाप
सती, साध्वी, भवप्रीता, भवानी, भवमोचनी, आर्या, दुर्गा, जया, आद्या, त्रिनेत्रा, शूलधारिणी, पिनाकधारिणी, चित्रा, चंद्रघंटा, महातपा, मन, बुद्धि, अहंकारा, चित्तरूपा, चिता, चिति, सर्वमंत्रमयी, सत्ता, सत्यानंदस्वरुपिणी, अनंता, भाविनी, भव्या, अभव्या, सदागति, शाम्भवी, देवमाता, चिंता, रत्नप्रिया, सर्वविद्या, दक्षकन्या, दक्षयज्ञविनाशिनी, अपर्णा, अनेकवर्णा, पाटला, पाटलावती, पट्टाम्बरपरिधाना, कलमंजरीरंजिनी, अमेयविक्रमा, क्रूरा, सुंदरी, सुरसुंदरी, वनदुर्गा, मातंगी, मतंगमुनिपूजिता, ब्राह्मी, माहेश्वरी, ऐंद्री, कौमारी, वैष्णवी, चामुंडा, वाराही, लक्ष्मी, पुरुषाकृति, विमला, उत्कर्षिनी, ज्ञाना, क्रिया, नित्या, बुद्धिदा, बहुला, बहुलप्रिया, सर्ववाहनवाहना, निशुंभशुंभहननी, महिषासुरमर्दिनी, मधुकैटभहंत्री, चंडमुंडविनाशिनी, सर्वसुरविनाशा, सर्वदानवघातिनी, सर्वशास्त्रमयी, सत्या, सर्वास्त्रधारिणी, अनेकशस्त्रहस्ता, अनेकास्त्रधारिणी, कुमारी, एककन्या, कैशोरी, युवती, यति, अप्रौढ़ा, प्रौढ़ा, वृद्धमाता, बलप्रदा, महोदरी, मुक्तकेशी, घोररूपा, महाबला, अग्निज्वाला, रौद्रमुखी, कालरात्रि, तपस्विनी, नारायणी, भद्रकाली, विष्णुमाया, जलोदरी, शिवदुती, कराली, अनंता, परमेश्वरी, कात्यायनी, सावित्री, प्रत्यक्षा और ब्रह्मावादिनी।
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)