नई दिल्‍ली: चाणक्‍य नीति (Chanakya Niti) हर काल में प्रासंगिक रही हैं, चाहे वह राजा-महाराजा का समय हो या आज का समय. इन नीतियों पर चलकर राजाओं ने अपना साम्राज्‍य फैलाया तो शासकों ने बार-बार सत्‍ता पाई. वहीं अमीर (Rich) होने, मशहूर होने, सम्‍मानजनक जीवन जीने के लिए भी यह नीतियां बहुत कारगर हैं. वे व्यक्ति को सही ढंग से जीवन जीना सिखाती हैं. जीवन जीने की सही आदतों और तरीकों से अनजान लोग कई गलत काम करते हैं, जिससे उनके जीवन में गरीबी (Poverty) रहती है और उन्‍हें माता लक्ष्‍मी (Goddess Laxmi) का आर्शीवाद नहीं मिलता है. आज जानते हैं मां लक्ष्‍मी की कृपा पाने के लिए क्‍या करना चाहिए. 


सफाई है सबसे ज्‍यादा अहम 


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आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) कहते हैं कि आसपास गंदगी का होना दरिद्रता लाता है. जो लोग अपने आसापास साफ-सफाई नहीं रखते हैं, साफ कपड़े नहीं पहनते हैं, उन पर माता लक्ष्मी की कृपा नहीं होती है. ऐसे लोगों को समाज में सम्मान भी नहीं मिलता है. इसके अलावा दांतों की सफाई न करने वाले भी गरीबी में जीते हैं. 


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भोजन का भी है गरीबी से संबंध 


चाणक्य का नीति शास्‍त्र कहता है कि जो लोग अपनी भूख से ज्यादा खाना खाते हैं वो भी अमीर नहीं हो पाते हैं. जरूरत से ज्यादा खाना खाने से उनकी सेहत भी ठीक नहीं रहती है. इसके अलावा कड़वे वचन बोलने वाला व्‍यक्ति भी कभी अमीर नहीं हो सकता. माता लक्ष्मी उन लोगों पर कृपा नहीं करतीं जो दूसरों को दुखी करने वाली बातें कहते हैं. बोलने में कटुता के कारण ऐसे लोगों के दोस्‍त तो कम ही बन पाते हैं, लेकिन कई दुश्मन जरूर बन जाते हैं.


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बेईमानी का पैसा बनाता है गरीब 


चाणक्‍य नीति के मुताबिक, बेईमानी, धूर्तता और अन्याय से पैसा कमाने वालों के पास पैसा कभी टिक कर नहीं रहता है. ऐसे लोग भले ही बेईमानी से जल्‍दी पैसा कमा लें लेकिन वे उसे जल्‍द ही खो देते हैं. इसके अलावा सूर्योदय और सूर्यास्त के समय में सोने वाले व्यक्ति पर भी माता लक्ष्मी की कृपा नहीं होती है. वहीं बिना कारण के असमय सोना सेहत को भी नुकसान पहुंचाता है. 


(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)