Mantra Jap on Chandra Grahan 2023: साल का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई, वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि को बुद्ध पूर्णिमा के दिन लगेगा.  हालांकि यह ग्रहण न होकर उपछाया है. और भारत में नहीं दिखाई देगा, लेकिन ज्योतिष दृष्टि से यह बेहद खास माना जा रहा है. साल का पहला चंद्र ग्रहण शुक्रवार 5 मई को रात 08:46 से शुरू होगा और ग्रहण की समाप्ति रात 01:02 पर होगी.


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चंद्र ग्रहण की पौराणिक कथा 


चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा तिथि पर ही लगता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार,  पूर्णिमा के दिन जब राहु-केतु चंद्रमा को निगलने का प्रयास करते हैं तो चंद्र ग्रहण कहा जाता है. ग्रहण लगने से 9 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है. जिसे धार्मिक और ज्योतिषीय नजरिए से अशुभ माना जाता है. इसलिए चंद्र ग्रहण के दौरान कुछ कामों को करने की मनाही है. लेकिन कुछ काम ऐसे हैं, जिन्हें इस दौरान करने से आपको ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है. 


चंद्र ग्रहण के दौरान करें इन मंत्रों का जाप


- ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम: यह वैभव लक्ष्मी का मंत्र है, इस मंत्र का जाप 108 बार करने से व्यक्ति पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. 


- ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्व दुष्टानाम वाचं मुखम पदम् स्तम्भय। चंद्र ग्रहण के दौरान आप बगलमुखी माता के मंत्र का जाप कर सकते हैं. ऐसा करने से शत्रुओं से मुक्ति मिलती है.


- चंद्र ग्रहण में आप धार्मिक मंत्रों का जितना हो सके जाप करें और भगवान का स्मरण करें. आप गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र या अन्य मंत्रों का जाप कर सकते हैं.


- ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नम:।  चंद्र ग्रहण के दौरान आप चंद्र देव के मंत्रों का जाप करें, ऐसा करने से चंद्र दोष का प्रभाव कम होता है. साथ ही चंद्र देव के कष्ट कम होते हैं.


- चंद्र ग्रहण के दौरान शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए. इससे ग्रहण का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)