Chaturmas 2023: हिंदू धर्म में चातुर्मास को बहुत महत्व दिया जाता है. चातुर्मास में भगवान की आराधना का समय होता है. इस दौरान ज्यादा या ज्यादा ध्यान धर्म-कर्म में लगाया जाता है. चातुर्मास की शुरुआत देवशयनी एकादशी से हो चुकी है जिसकी समाप्ति 23 नवंबर को होगी. वैसे तो चातुर्मास 4 महीने का होता है लेकिन इस बार यह 5 महीने का है. इस दौरान कहते हैं कि जप-तप और ध्यान लगना से सिद्धि प्राप्त हो सकती है. आप भी अगर धीरेंद्र शास्त्री जैसी सिद्धी पाना चाहते हैं तो आप भी कुछ उपाय कर सकते हैं. 


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योग साधना


चातुर्मास में खुद की शक्तियों को जागृत कर सकते हैं या किसी देवी-देवता की कृपा से सिद्धियां प्राप्त कर सकते हैं. खुद की शक्ति जागृत करने के लिए योग साधना करें. इससे दूसरों की मन की बातें जानी जा सकती है. 


जप


चातुर्मास में रोजाना स्नान करना चाहिए. सुबह ब्रह्म मुहूर्त में जल्दी उठना चाहिए और रात को जल्दी सोना चाहिए. सुबह, शाम और रात को जप करना चाहिए. 


तप


चतुर्मास के दौरान निश्चित तिथि या नियम अनुसार मानसिक संयम और ब्रह्माचर्य का पालन करते हुए व्रत रखकर साधना या तप करते हैं. साधना के दौरान लोग, फर्श या जमीन पर ही सोते हैं.


मौन


चातुर्मास में लोग मौन रहते हैं. जिससे मानसिक शांति मिलती है. मौन रहकर ध्यान लगाएं औऱ साधना करें. इसके अलावा साधुएं के साथ सत्संग करने से भी लाभ मिलेगा.


किसी एक देवी-देवता की साधना करें


शास्त्रों में 10 महाविद्धाओं में से किसी एक महाविद्धा की साधना करें. आफ भैरव भगवान या वैराही की साधना भी कर सकते हैं. इसके अलावा चौसठ योगिनियों में से किसी एक की साधना कर सकते हैं. वहीं नाग देव, नायिका, किन्नर, पिशाचिनी साधनाएं भी होती है. लेकिन सात्विक साधना ही बेहतर है. इसलिए आप हनुमान जजी, दुर्गा मां की वराही की ही साधना करे.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)