Diwali 2024 In Goa: गोवा में गुरुवार की सुबह राक्षस नरकासुर के पुतलों को जलाने के साथ ही दीपावली का जश्न शुरू हो गया. परंपराओं के अनुसार, बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में पुतलों को जलाने से पहले घुमाया गया. बुधवार रात को कई कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें हजारों लोग शामिल हुए. अब ऐसे में लोगों के मन में यह उत्कंठा शुरू हो गई है कि आखिर नरकासुर कौन था जिसके पुतले जलाए गए हैं.


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कौन था नरकासुर


पौराणिक कथाओं की माने तो नरकासुर नामक राक्षस था. नरक चतुर्दशी के दिन इस राक्षस का वध भगवान कृष्ण ने किया था. नरकासुर का वध बुराई पर अच्छाई की जीत का सिंबल माना जाता है. इसलिए कई जगहों पर हर साल नरकासुर का पुतला दहन कर दिवाली उत्सव मनाया जाता है.


सीएम ने दी शुभकामनाएं


गोवा के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई और मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने राज्य के लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा, ''दीपावली जैसे त्योहारों की हमारे जीवन में बड़ी भूमिका है. भारत विभिन्न धर्मों, क्षेत्रों और भाषाओं वाला देश है. इस त्योहार को मनाने से लोगों में सामाजिक एकजुटता, आपसी विश्वास और सद्भावना को बढ़ावा मिलता है, जिससे राष्ट्रीय एकता व अखंडता मजबूत होती है.''


सीएम ने क्या कहा?


मुख्यमंत्री सावंत ने कहा, ''दीपावली लोगों को प्रेरित करती है और शांति, सौहार्द और भाईचारे पर आधारित समाज बनाती है. इस अवसर पर लोग सांस्कृतिक व पारंपरिक रूप से एकजुट होते हैं.''


देश भर में दिवाली का जश्न


बता दें कि आज देश भर में दिवाली का जश्न मनाया जा रहा है. लोग अपने-अपने घरों को रौशनी से सजा रहे हैं. परंपरा के मुताबिक कुछ लोग आज अपने घर में रंगोली बना रहे हैं. मान्यता के मुताबिक लोग माता लक्ष्मी के आगमन को लेकर अपने-अपने घरों को सजा रहे हैं. ऐसा माना जाता है कि आज ऐसा करने से घरों में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. आज के दिन लोग अपने-अपने घरों और प्रतिष्ठानों में माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं.