Basant Panchami 2024: मां सरस्वती का बना रहेगा आशीर्वाद, बसंत पंचमी पर भूलकर भी न करें ये गलतियां
Basant Panchami ke Niyam: आज पीले कपड़े पहनना और पीले चीज का भोग लगाना काफी शुभ माना जाता है. आज के दिन कुछ चीजों का बहुत ध्यान रखना चाहिए. आज कुछ काम ऐसे हैं जो गलती से भी नहीं करने चाहिए. आइए जानते हैं.
Basant Panchami 2024: हिन्दू पंचांग के अनुसार आज माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है जिसे बसंत पंचमी कहा जाता है. ये त्योहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है. आज के दिन विधि विधान से मां सरस्वती की पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज मां सरस्वती का जन्म हुआ था. आज पीले कपड़े पहनना और पीले चीज का भोग लगाना काफी शुभ माना जाता है. आज के दिन कुछ चीजों का बहुत ध्यान रखना चाहिए. आज कुछ काम ऐसे हैं जो गलती से भी नहीं करने चाहिए. आइए जानते हैं.
बसंत पंचमी पर क्या न करें
1. आज के दिन केवल सात्विक भोजन का सेवन करें. किसी भी प्रकार का तामसिक भोजन जैसे मास मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए.
2. बसंत पंचमी के दिन किसी से भी झगड़ा-विवाद करने से बचें. किसी को भी अपशब्द न कहें. क्रोध पर अपना संयम बनाएं रखें.
3. आज के दिन से बसंत ऋतु की शुरुआत हो जाती है. इस कारण से आज के दिन भूलकर भी पेड़ पौधे नहीं काटने चाहिए.
4. आज के दिन घर की अच्छे से साफ-सफाई करें. घर को साफ सुथरा रखें और किसी भी प्रकार की अस्वच्छता हटा दें.
5. अगर आप बसंत पंचमी का व्रत रख रहे हैं तो विधि विधान से पूजा अर्चना करें. इसके बाद ही कुछ भी खाएं. पूजा से पहले खाने से आपको फल नहीं मिलेगा.
6. आज के दिन घर की अच्छे से साफ-सफाई करें. घर को साफ सुथरा रखें और किसी भी प्रकार की अस्वच्छता हटा दें.
7. आज के दिन बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को परेशान नहीं करना चाहिए.
क्या करें (बसंत पंचमी की पूजा कैसे की जाती है?)
1. बसंत पंचमी पर किसी भी पवित्र नदी में स्नान करने से पुण्य प्राप्त होता है. अगर आप किसी पवित्र नदी में नहीं जा सकते तो घर पर ही गंगाजल का इस्तेमाल कर सकते हैं.
2. मां सरस्वती को पीला रंग अत्यंत प्रिय है. बसंत पंचमी पर आप पीले रंग के कपड़े जरूर पहनें.
3. सफलता पाने के लिए सरस्वती पूजा के दौरान अपने साथ कलम, किताब, पेपर जरूर रखें.
क्यों मनाई जाती है बसंत पंचमी?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ब्रह्मा जी ने एक देवी प्रकट की थी. इन देवी के हाथ में वीणा, दूसरे में किताब, तिसरे में माला और चौथे हाथ में वर मुद्रा थी. देवी को देखकर ब्रह्मा जी ने सरस्वती नाम दिया. आज के दिन ही मां सरस्वती उत्पन्न हुई थीं. इस कारण से आज बसंत पंचमी मनाई जाती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)