Garuda Puran: जीवन में हर कोई चाहता है कि उसे अच्छा स्वास्थ्य, सुख-समृद्धि और जिंदगी के सारे सुख हासिल हों. हालांकि सबकी ये चाहत कभी पूरी नहीं हो पाती. कई बार ऐसा होता है कि जाने-अनजाने में की गई हमारी गलतियों से मां लक्ष्मी रूठ जाती हैं और सफलता हमारे हाथ आते-आते रह जाती है. जीवन की ऐसी सी दुश्वारियों से निकलने का उपाय गरुड़ पुराण (Garuda Puran) में बताया गया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गरुड़ पुराण (Garuda Puran) में जिंदगी और मौत का रहस्य बताया गया है. इस पुराण में ये भी बताया गया है कि आप धनवान कैसे बन सकते हैं. मान्यता है कि जो व्यक्ति गरुड़ पुराण की  बातों पर अमल करता है, उस पर धन की बरसात होते देर नहीं लगती. आइए जानते हैं कि गरुड़ पुराण में ऐसी कौन सी बातें हैं, जिनका पालन करने से जिंदगी में सफलता कदम चूमने लगती है. 


जरूरतमंदों को जरूर करें दान


सनातन धर्म का दान को बहुत महत्व दिया है. कोई भी शुभ कार्य हो, जब तक दान नहीं दिया जाता, तब तक उसका पुण्य नहीं मिलता है. इसलिए अगर आप भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो जरूरतमंदों को अन्न-जल का दान जरूर दीजिए. 


संपत्ति के अहंकार से रहें दूर


धन-संपत्ति ऐसी चीजें हैं, जो किसी के पास भी स्थाई नहीं होती. ये आज किसी व्यक्ति के पास होती हैं. अगले दिन किसी और के पास चली जाती हैं. गरुड़ पुराण (Garuda Puran) में कहा गया है कि कभी भी धन-संपत्ति आने पर अहंकार नहीं करना चाहिए और न ही इसके घमंड में किसी का अपमान करना चाहिए. संपत्ति पर अभिमान करने वालों पर मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) कभी भी अपनी कृपा नहीं बरसाती और रुठकर चली जाती हैं.


भोजन बनने पर पहला भोग भगवान को लगाएं


गरुड़ पुराण (Garuda Puran) में कहा गया है कि जब भी भोजन बने तो सबसे पहला भोग भगवान को लगाया जाना चाहिए. ऐसा करने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं. अगर आप भगवान को भोग लगाए बगैर खुद ही भोजन करने बैठ जाते हैं तो इससे पाप चढ़ता है और घर में दरिद्रता का माहौल शुरू हो जाता है. साथ ही घर में अशांति और क्लेश भी बढ़ने लगता है. 


धर्म ग्रंथों का नित्य पाठ करें


भारत के धर्म ग्रंथों में ज्ञान के गूढ़ रहस्य छिपे हुए हैं. इनमें अनेक ऐसी बातें बताई गई हैं, जिन पर यदि इंसान चलने लगे तो उसका जीवन सफल हो जाए. ऐसे में मानसिक शांति पाने और सही मार्ग तलाश करने के लिए रामायण, महाभारत, गरुड़ पुराण (Garuda Puran) का अध्ययन करते रहना चाहिए. इन पुस्तकों के माध्यम से भगवान का स्मरण भी साथ-साथ चलता रहता है. इसलिए इन्हें कभी नहीं छोड़ना चाहिए. 



(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


ये भी पढ़ें- Tuesday Rules: मंगलवार के दिन न खरीदें ये चीजें, कराती हैं धन हानि और नुकसान! जानिए वजह


LIVE TV