Jyeshta Month Rules: हिंदू धर्म में हर माह किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित है. इन माह में प्रमुख देवी-देवताओं की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार साल का तीसरा महीना ज्येष्ठ माह का होता है. ज्येष्ठ माह में वरुण देव की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. इस दौरान सूरज की तेज किरणें धरती पर पड़ती है और गर्म हवाएं तेज चलती हैं. इसलिए ही इस मााह में वरुण देव की पूजा का खास महत्व बताया है.


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शास्त्रों के अनुसार इस समय पानी की बर्बादी करने से भी बचा जाता है. वहीं,  ज्येष्ठ माह को लेकर ऐसे कुछ नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करना बेहद जरूरी है. अगर आप इन नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो व्यक्ति को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. तो आइए जानते हैं  ज्येष्ठ माह में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए.


ज्येष्ठ माह में क्या करें और क्या न करें


- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ज्येष्ठ माह का विशेष महत्व है. इस माह में कुछ नियमों का पालन करने से व्यक्ति को पुण्य फल की प्राप्ति होती है. इस माह में सिर्फ एक बार ही सोना चाहिए. कहते हैं कि इस माह में दोपहर में सोने से परहेज करें. कहते हैं कि इस माह में सोने से कई तरह की बीमारियां होती हैं. इस माह में लोग अक्सर सो जाते हैं. इसलिए इस माह में सोने से परहेज करें.


- मान्यता है कि ज्येष्ठ माह के दिनों में 1 से 4 बजे तक बाहर जाने से परहेज करें. कहते हैं कि इस दौरान सूरज की तेज किरणें आपकी सेहत और त्वचा खराब हो सकती है. इस समसय खासतौर से सूती कपड़े पहनकर रहें. सत्तू, नींबू पानी, जलजीरा, खीरा, तरबूज जैसी ठंडी चीजों का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें.


- कहते हैं कि इस माह में भूलकर भी पानी बर्बाद न करें. ऐसे करने से देवी-देवता नाराज हो जाते हैं. इस समय पानी का फालतू खर्च धन खर्च करने के बराबर है. ऐसे में पानी बहुत सोच-समझकर खर्च करें.


-   शास्त्रों के अनुसार ज्येष्ठ माह में मंगलवार का दिन बेहद खास होता है. इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. कहते हैं कि इस माह में पैसों का लेन-देन करने से बचें. मंगलवार के दिन पैसों का लेन-देन करने से आर्थिक स्थिति पर प्रभाव पड़ता है.


- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ज्येष्ठ माह में घर पर आए जरूरतमंद व्यक्ति को कभी भी खाली हाथ नहीं लौटाना चाहिए. सामर्थ्य के अनुसार पानी, शरबत, अन्न, फल, धन आदि का दान अवश्य करें.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)