Jyeshtha Month 2024 Start Date: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार साल का तीसरा महीना ज्येष्ठ होता है. इस महीने में भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है क्योंकि ये माह विष्णु जी को प्रिय होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस ज्येष्ठ के महीने में पवित्र नदियों में स्नान करना और जरूरतमंदों को दान करना बेहद शुभ माना जाता है. वैशाख महीने की पूर्णिमा के साथ ज्येष्ठ माह की शुरुआत होती है. इस साल ज्येष्ठ महीने की शुरुआत 24 मई से होगी वहीं, इसका समापन 21 जून को होगा. इस महीने में कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरूरी होता है वरना अशुभ परिणाम मिल सकते हैं. आइए जानते हैं ज्येष्ठ के महीने में क्या करें और क्या न करें.


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ज्येष्ठ के महीने में क्या करें



करें पवित्र नदियों में स्नान
ज्येष्ठ के महीने में पवित्र नदियों में स्नान करना बहुत शुभ माना जाता है. अगर आप पवित्र नदियों में नहीं जा सकते हैं तो घर पर ही गंगाजल का प्रयोग कर सकते हैं. 



करें देवी-देवता की पूजा
ज्येष्ठ माह में भगवान विष्णु, देवी लक्ष्मी और भगवान शिव की पूजा करना शुभ माना जाता है. इससे देवी-देवताओं की कृपा आप पर बनी रहेगी.



दान-पुण्य
ज्येष्ठ का महीना में दान-पुण्य करना बेहद शुभ माना जाता है. इस महीने में क्षमता के अनुसार जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, और धन का दान करना चाहिए.



जल का दान
ज्येष्ठ के महीने में भीषण गर्मी होती है. इस कारण आपको जल का दान करना चाहिए. इसके अलावा आप कपड़े, छाता, चप्पल का भी दान कर सकते हैं.


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ज्येष्ठ माह में क्या न करें



बड़े बेटे या बेटी की शादी न करें
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ज्येष्ठ के महीने में परिवार के बड़े बेटे या बेटी की शादी नहीं करनी चाहिए.



न खाएं तामसिक भोजन
ज्येष्ठ के महीने में तामसिक भोजन और मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. केवल सात्विक भोजन ही खाएं.



दिन में न सोएं
ज्येष्ठ माह में दिन में सोने से परहेज करना चाहिए. इससे व्यक्ति को स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)