नई दिल्‍ली: कई बार कुंडली का एक दोष (Kundali Dosh) कई शुभ ग्रहों पर भारी पड़ जाता है. काल सर्प दोष (Kaal Sarp Dosh) भी ऐसा ही एक दोष है, जिसके चलते व्‍यक्ति की जिंदगी मुश्किलों से भर जाती है. कड़ी मेहनत करने के बाद भी उसे सफलता नहीं मिलती है इसीलिए जिस भी जातक की कुंडली में काल सर्प दोष होता है, उसे जल्‍द से जल्‍द इसका निवारण (Nivaran) करने की सलाह दी जाती है. कुंडली में यह दोष तब आता है जब सारे ग्रह राहु और  केतु के बीच आ जाते हैं. 


पूर्व जन्‍म के कर्म आते हैं आड़े 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कहते हैं कि काल सर्प दोष पिछले जन्‍म में किए किसी अशुभ कर्म के कारण बनता है. ज्‍योतिषाचार्यों के मुताबिक काल सर्प दोष के निवारण के लिए नाग पंचमी (Nag Panchami) का दिन बहुत शुभ है. इस दिन नाग देवता की पूजा की जाती है. इस साल 13 अगस्‍त को नाग पंचमी है. इस दिन जातक काल सर्प दोष को दूर करने के लिए इनमें से कोई भी एक उपाय कर सकते हैं. 


यह भी पढ़ें: Death Indications: मौत से पहले मिलने व्‍यक्ति को लगते हैं ये संकेत, Shiva Puran में किया गया है उल्‍लेख


काल सर्प दोष दूर करने के उपाय 


- काल सर्प दोष दूर करने का सबसे अचूक उपाय (Best Remedy) है कि नाग पंचमी के दिन किसी सपेरे से नाग-नागिन का एक जोड़ा खरीदकर उसे जंगल में जाकर छोड़ दिया जाए. 


- कोई ऐसा शिवलिंग जहां पर पहले से नाग नहीं लगा हुआ हो, वहां पंच धातु का बना नाग विधि-विधान से लगवा दें. इसके बाद शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करके भगवान शिव और नाग देवता का आशीर्वाद लें. काल सर्प दोष दूर करने का यह बहुत अच्‍छा उपाय है. 


- नाग पंचमी के दिन नाग देवता के दर्शन-पूजन करें. दूध से अभिषेक करके अपनी गलतियों की क्षमा मांगे. राहु-केतु की शांति के लिए पूजा करें. इसके बाद गोमेद या चांदी की नाग वाली अंगूठी धारण करें. 


- काल सर्प दोष निवारण की पूजा नाग पंचमी के दिन करने से यह दोष दूर होता है और शुभ फल मिलता है. 


- नाग पंचमी के दिन नाग पूजन के ​बाद घर पर या मंदिर में नाग गायत्री मंत्र 'ओम नागकुलाय विद्महे विषदन्ताय धीमहि तन्नो सर्पः प्रचोदयात्' का कम से कम 108 बार जाप करें. साथ ही उनसे अपनी गलती की क्षमा मांगे, इससे भी काफी लाभ होगा. 


(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)