Agni Akhada Peshwai: प्रयागराज महाकुंभ मेला क्षेत्र में आज (26 दिसंबर) को अग्नि अखाड़े के संतों का भव्य प्रवेश होगा. अखाड़े की पेशवाई सुबह 10 बजे चौफटका स्थित अनंत माधव मंदिर से प्रारंभ होकर मेला क्षेत्र तक पहुंचेगी. इस दौरान महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर और महंत समेत विभिन्न राज्यों से आए लगभग एक हजार साधु-संत शामिल होंगे. अखाड़े के संत रथों और घोड़ों पर सवार होकर मेला क्षेत्र स्थित अपने शिविर तक जाएंगे. इस शोभायात्रा का नेतृत्व अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर पीठाधीश्वर रामकृष्ण करेंगे.


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माता गायत्री हैं अग्नि अखाड़े की इष्ट


अखाड़े की इष्ट देवी माता गायत्री और अग्निपीठाधीश्वर स्वामी रामकृष्णानंद के निर्देशन में पेशवाई शुरू होकर पुराने शहर के विभिन्न हिस्सों से गुजरते हुए करीब 13 किलोमीटर की दूरी तय कर मेला क्षेत्र में प्रवेश करेगी. इस यात्रा के लिए 15 घोड़े और 40 रथों की व्यवस्था की गई है. पेशवाई प्रारंभ होने से पहले संत दही और खिचड़ी का प्रसाद ग्रहण करेंगे.


अग्नि अखाड़े पेशवाई का क्या है रूट प्लान


अग्नि अखाड़े के सचिव महंत सोमेश्वरानंद ने जानकारी दी कि पेशवाई का रूट चौफटका पुल, करबला चौराहा, खुल्दाबाद, कोतवाली, बताशामंडी, कोठापार्चा और बैरहना से होते हुए त्रिवेणी पांटून पुल के जरिए मेला क्षेत्र तक जाएगा. इस यात्रा में आधा दर्जन महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर और अन्य महंत भाग लेंगे. साथ ही, घोड़े और ऊंटों की सवारियां, करतब दिखाने वाले कलाकार और अखंड परशुराम अखाड़ा भी शोभायात्रा का हिस्सा होंगे.


रूट डायवर्जन


पेशवाई के दौरान शहर में यातायात प्रबंधन के लिए रूट डायवर्जन लागू किया गया है. महिला ग्राम चौराहे से चौफटका फ्लाईओवर पर वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. शहर जाने वाले लोग फ्लाईओवर के नीचे से प्रवेश कर सकेंगे. रेलवे स्टेशन और बुढ़ा ताजिया मार्ग पर जुलूस के दौरान वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी. महिला ग्राम की ओर जाने के लिए सूबेदारगंज फ्लाईओवर का उपयोग किया जा सकता है. राजरूपपुर तिराहे से करबला चौराहे की ओर भी वाहन प्रतिबंधित रहेंगे. त्रिवेणी मार्ग से बाई का मार्ग भी यात्रा के समय बंद रहेगा. अन्य मार्गों पर भी यातायात प्रतिबंध लागू किए गए हैं.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)