Guru Symbols In Hand: व्यक्ति की मेहनत और संघर्ष उसे सफलता तक ले जाते हैं. लेकिन कई बार व्यक्ति को जीवन में सफलता मिलेगी या नहीं, ये उसकी मेहनती नहीं भाग्य तय करता है. व्यक्ति का भाग्या उसकी हाथों की रेखाओं में होता है. हस्तरेखा शास्त्र में हाथों की विभिन्न रेखाओं और चिह्नों की गणना की गई है. आज हम हाथ में मौजूद गुरु चिह्न के बारे में जानने जा रहे हैं. गुरु चिह्न इंडेक्स फिंगर के नीचे स्थित होता है. आइए जानें व्यक्ति के हाथ में किस स्थान पर गुरु चिह्न होने का क्या अर्थ होता है. 


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गुरु पर्वत पर गुरु चिह्न का होना- हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार किसी भी जातक की हथेली में गुरु पर्वत पर गुरु चिह्न का होना बेहद शुभ माना गया है. ऐसे लोग बहुत परोपकारी, दानी, दयालु, न्यायी, गुणवान  और विद्धान होते हैं. ये लोग किसी बड़े पद पर आसीन होते हैं. इतना ही नहीं, ये काम कम और बोलते ज्यादा हैं. 


 


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शनि पर गुरु चिह्न का होना- शनि के क्षेत्र में गुरु चिह्न होने पर ऐसा व्यक्ति विद्धान, भाग्यशाली, साहित्यकार और जमीन जायदाद का मालिक होता है. ये व्यक्ति दार्शनिक होता है. 


बुध पर गुरु चिह्न- इस तरह के व्यक्ति कुशल व्यवसायी, वैज्ञानिक, कलाकार और मधपभाषी होते हैं. ऐसे व्यक्ति का पार्टनर भी गुणवान, साहित्य रचना में निपुण माना जाता है. 


मंगल पर गुरु चिह्न का होना- प्रथम मंगल क्षेत्र पर होना शुभ होता है. ऐसे लोग डॉक्टर, राजदूत या फिर न्यायधीश आदि बनते हैं. ऐसे लोग अपने भाई-बंधओं को वश में रखते हैं.  वहीं, द्वितीय मंगल क्षेत्र पर गुरु चिन्ह का होना अशुभ माना जाता है. ऐसा व्यक्ति हमेशा रोगों से ही घिरा रहता है. 


 


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चंद्र पर गुरु चिह्न होना बेहद अच्छा माना गया है.ऐसा व्यक्ति धन, वाहन, ऐश्वर्या, आदि सब सुख होते हैं. 



(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)