Panchmukhi Rudraksha: पंचमुखी रुद्राक्ष के हैं इतने लाभ, गिनते-गिनते जाएंगे थक; जीवन में नहीं आएगा कोई संकट
Rudraksha: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भगवान शिव को रुद्राक्ष बेहद प्रिय है. कहते हैं कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई है. ऐसे में आज हम पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करने के लाभ के बारे में जानेंगे.
Rudraksha Benefits: शास्त्रों में रुद्राक्ष को बेहद प्रिय और पवित्र माना गया है. कहते हैं कि रुद्राक्ष का प्रयोग आमतौर पर धार्मिक अनुष्ठानों में किया जाता है. कहते हैं कि रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति को सौभाग्य की प्राप्ति होती है. शास्त्रों में एक मुखी से लेकर पंद्रह मुखी रुद्राक्ष की बात की गई है. इसमें सबसे ज्यादा शुभ रुद्राक्ष एकमुखी और गौरीशंकर रुद्राक्ष को माना गया है. ऐसा माना जाता है कि व्यक्ति अगर एक मुखी रुद्राक्ष की माला धारण करता है, तो वे विश्व जीतने की क्षमता रखता है. आप पंचमुखी रुद्राक्ष भी धारण कर सकते हैं. यह रुद्राक्ष बहुत ही आसानी से मिल जाता है.
यूं धारण करें पंचमुखी रुद्राक्ष
ज्योतिष शास्त्र के रुद्राक्ष धारण करने से पहले गंगाजल से शुद्ध कर लेना. इसेक बाद भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र ॐ नमः शिवाय का जप कर लें. इस तरह से माला प्राण प्रतिष्ठित हो जाती है. कहते हैं कि इसे शुभ मुहूर्त में पहनना लाभदायी माना गय है.
पंचमुखी रुद्राक्ष का महत्व
- पंचमुखी रुद्राक्ष में पांच रेखाएं होती हैं. इन्हें पंचदेवों का प्रतीक माना जाता है. इसे धारण करने से व्यक्ति को अनगिनत लाभ मिलते हैं. इसे धारण करने से व्यक्ति के जीवन में स्थिरता और सफलता आती है. साथ ही, व्यक्ति का दुर्भाग्य दूर होता है. व्यक्ति तरक्की करने लगता है. मन की इच्छाओं बिना कहे ही पूरी होती हैं.
- सरकारी नौकरी वाले लोगों को भी रुद्राक्ष धारण करने से विशेष लाभ होता है. अधिकारी और कलीग्स भी उनसे प्रसन्न होते हैं. वहीं, प्राइवेट जॉब वालों को भी जल्द पदोन्नति और सैलरी इंक्रीमेंट प्राप्त होता है.
- अगर स्वास्थ्य की बात की जाए तो रुद्राक्ष धारण करने से स्वास्थ्य ठीक रहता है. साथ ही, व्यक्ति की चिंताएं और मानसिक तनाव दूर होता है. ब्लड प्रेशर भी सही रहता है. इसके अलावा भी व्यक्ति कई बीमारियों से बचा रहता है.
रुद्राक्ष धारण करने में न करें गलतियां
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इसे धारण करने के बाद व्यक्ति को सात्विक भोजन पर ग्रहण करना चाहिए.
- कहते हैं कि रुद्राक्ष धारण करके व्यक्ति को कभी भी श्मशान, कब्रिस्तान और इसी तरह की अन्य जगहों पर नहीं जाना चाहिए.
- मांस, मछली, अंडा और नशीले पदार्थों से खुद को पूरी तरह से दूर रखना चाहिए. कहते हैं कि व्यक्ति को रुद्राक्ष की माला पहन कर शारीरिक संबंध भी नहीं बनाने चाहिए.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)