Chanakya Niti: पति की सोई किस्मत जगा देती है ऐसी पत्नी, जानिए क्या कहती है चाणक्य नीति
अच्छे, खुशहाल परिवार (Happy Family) के लिए पति-पत्नी (Husband-Wife) दोनों की अहमियत और दोनों का योगदान जरूरी होता है. लेकिन महिला (Woman) को परिवार की धुरी माना जाता है क्योंकि वह बच्चों को संस्कार देती है, घर के सारे सदस्यों को जोड़े रखती है और मुश्किल वक्त में अपने पति का हौसला बढ़ाती है. आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) ने सदियों पहले जो नीतियां, गुण, जीवन जीने के तरीकों के बारे में बताया है, वह आज के समय के लिहाज से भी परफेक्ट हैं. आचार्य चाणक्य के मुताबिक यदि महिला में कुछ खास गुण (Qualities) हों तो उससे शादी करने वाले व्यक्ति की सोई किस्मत भी जाग जाती है.
शांत और खुश रहने वाली महिला
गुस्सा, झगड़ा न केवल घर की शांति भंग करता है, बल्कि कई समस्याओं का कारण भी बनता है. चाणक्य नीति के अनुसार ऐसी महिलाएं जो शांत स्वभाव की और खुशमिजाज हों, वे पूरे घर को सकारात्मकता से भर देती हैं. ऐसी महिला से जिस व्यक्ति की शादी हो उसका घर खुशियों से भर जाता है.
धैर्य रखने वाली महिला
धैर्यवान महिला मुश्किल समय को भी शांति से पार कर लेती है और अपने जीवनसाथी का साथ नहीं छोड़ती है. ऐसी पत्नी का साथ और हौसला पति को किसी भी मुश्किल से निकालकर सफलता की ओर ले जाता है.
शिक्षित महिला
कहते हैं कि यदि महिला शिक्षित हो तो पूरा परिवार शिक्षित होता है. महिला की शिक्षा, उसकी जागरुकता उसको तो सफल बनाती ही है, परिवार को भी शिक्षित-संस्कारित बनाती है. इससे परिवार के लोग तरक्की करते हैं.
धार्मिक महिला
जिंदगी में किसी न किसी के प्रति आस्था होना बहुत जरूरी है. यदि धार्मिक महिला से विवाह हो जाए तो पूरा परिवार धर्म के रास्ते पर चलता है. घर के सदस्य, बच्चे गलत आदतों और कामों से दूर रहते हैं. जाहिर है अच्छा आचरण करने वाले लोग सफलता पाते ही हैं.
परिवार में सबको प्यार दे
प्यार ही वह चीज है जो हर रिश्ते और परिवार को एक-दूसरे से बांधे रखती है. यदि महिला सबका प्यार करने वाली हो तो घर हमेशा खुशियों से गुलजार रहता है. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि ऐसी महिला जो घर के बड़ों का सम्मान करे और छोटों से प्यार करे, उससे शादी करना व्यक्ति की किस्मत चमका देता है. (सभी फोटो सांकेतिक)
(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)