Pitru Paksha Upay for Pitra Dosh: हर साल अश्विन मास का कृष्‍ण पक्ष पितरों को समर्पित किया जाता है. 15 दिन के इस समय को पितृ पक्ष कहते हैं. इस साल 10 सितंबर से शुरू होकर 25 सितंबर 2022 तक चलेंगे. इस दौरान पूर्वजों की आत्‍मा की शांति के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान कर्म किए जाते हैं. साथ ही यह समय पितृ दोष से निजात पाने के लिए भी उत्‍तम माना गया है. पितृ दोष शांति के उपाय जल्‍द से जल्‍द कर लेना चाहिए, वरना जीवन में मुसीबतें खत्‍म नहीं होती हैं. 


पितृ दोष के लक्षण 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यदि मृतक का अंतिम संस्‍कार विधि-विधान से न किया जाए या किसी की अकाल मृत्‍यू हो जाए तो उसके परिवार पर पितृ दोष लगता है. इसका असर कई पीढ़ियों तक रहता है. पितृ दोष के कारण उस परिवार आर्थिक तंगी झेलता है. लोगों की तरक्‍की नहीं होती है. घर में झगड़े-कलह होते हैं. लड़के-लड़कियों का विवाह नहीं होता है. संतान सुख नहीं मिलता है. यदि संतान हो भी तो उसे कोई शारीरिक-मानसिक समस्‍या रहती है. परिवार के बच्‍चे बुरी संगत में पड़कर जीवन तबाह कर बैठते हैं. नौकरी और व्‍यवसाय में मेहनत करने के बावजूद भी लगातार नुकसान होता रहता है. परिवार का सदस्‍य हमेशा बीमार रहता है. घर में मांगलिक कार्य नहीं होते हैं. 


पितृ दोष दूर करने के उपाय 


- पितृ दोष दूर करने के लिए पितरों की आत्‍मा की शांति के लिए तर्पण-श्राद्ध, पिंडदान करें. दक्षिण दिशा में पितरों की फोटो लगाकर रोज उनको प्रणाम करें. इससे राहत मिलेगी. 


- पीपल के पेड़ पर दोपहर में जल चढ़ाएं. साथ ही फूल, अक्षत, दूध और काले तिल भी चढ़ाएं. 


- शाम को दक्षिण दिशा में रोज एक दीपक जलाएं. यदि ऐसा संभव न हो तो भी कम से कम पितृ पक्ष के दौरान जरूर ऐसा करें. 


अपनी फ्री कुंडली पाने के लिए यहां क्लिक करें


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर