Pile Chawal Ke Upay: अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का दिन आखिर आ ही गया. 22 जनवरी सोमवार के दिन शुभ मुहूर्त में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. भगवान श्री राम को स्थापित करने और प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. इस दौरान कई भारतीय परंपराओं को निभाया जा रहा है और इन परंपराओं का धार्मिक महत्व भी बताया जा रहा है. 


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बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा के लिए देशभर में लोगों के पास निमंत्रण भेजा गया है. इस दौरान उन्हें पारंपरिक रूप से निमंत्रण के साथ पीले अक्षत भेजे गए हैं. बता दें कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐतिहासिक रूप से त्योहारों और शुभ कार्यक्रमों में हल्दी से रंगे हुए पीले चावल का प्रयोग किया जाता है.  


जानें अक्षत का धार्मिक महत्व 


ज्योतिष शास्त्र में चावल को शुक्र ग्रह का प्रतीक माना गया है. शुक्र ग्रह धन-वैभव, लक्ष्मी जी और भौतिक सुख-सुविधाओं से जुड़ा हुआ है. ऐसे में अगर आपके घर पर भी राम मंदिर से पीले चावल आए हैं, तो उन्हें लाल रंग के रेशमी कपड़े में बांध लें और अपने घर की तिजोरी या फिर पैसे रखने वाली जगह पर रख दें. ऐसा करने से व्यक्ति के घर में लक्ष्मी जी के आने के रास्ते खुलते हैं. इतना ही नहीं, जीवनभर बरकत बनी रहेगी. घर की सभी बाधाएं समाप्त हो जाती हैं. 


ऐसे कर सकते हैं इन चावलों का प्रयोग 


- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पीले चावल का प्रयोग शुभ-प्रथाओं में किया जा सकता है. 


- इसके अलावा, इनकी खीर बनाकर प्रसाद के रूप में परिवार के साथ ग्रहण कर सकते हैं. 


- वहीं, इसका प्रयोग तिलक के रूप में भी किया जा सकता है.


- अगर आपके परिवार में कोई विवाह के बंधन में बंधने जा रहा है तो दुल्हन की पहली रसोई के पहले भोजन के रूप में इनका प्रयोग किया जा सकता है.  


- अक्षत को तिजोरी में रख दें. इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है. 


-इसके अलावा, पर्स में इन चावलों को रखने से व्यक्ति को जीवन में कभी भी पैसों की कमी नहीं रहती. 


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)