Maa Lakshmi and Lord Lakshmi worshiping Rules: सनातन धर्म में मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) और भगवान गणेश (Lord Ganesha) की प्रतिमाओं को घर में बने पूजाघर में स्थापित करना शुभ माना जाता है. मान्यता है कि पूजाघर में इनकी मूर्ति रहने से घर पर किसी बुरी शक्ति का साया नहीं पड़ता और परिवार में सुख-समृद्धि आती है. यहां यह जानना जरूरी है कि पूजाघर में मां लक्ष्मी और गणेश की मूर्ति विराजमान करने के खास नियम हैं. अगर आप उन नियमों को तोड़कर मूर्ति स्थापित करते हैं तो आपके परिवार पर विपत्ति भी आ सकती है, जिससे परिवार कंगाल हो जाता है.. आइए जानते हैं कि वे खास नियम क्या हैं. 


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माता लक्ष्मी के साथ हो भगवान विष्णु की जोड़ी


धर्मशास्त्रों के मुताबिक दिवाली को छोड़कर बाकी दिनों में भगवान गणेश (Lord Ganesha) और मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) की मूर्ति की कभी एक साथ रखकर पूजा नहीं करनी चाहिए. दरअसल मां लक्ष्मी भगवान विष्णु की अर्धांगिनी हैं, इसलिए उनकी पूजा हमेशा भगवान विष्णु के साथ ही होनी चाहिए. घर के मंदिर में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की जोड़ी वाली मूर्ति ही स्थापित की जानी चाहिए. ऐसा न करने पर अनिष्ट झेलना पड़ता है. इसलिए इस गलती को भूलकर भी न करें. 


मूर्तियों की दिशाओं का रखें ध्यान


घर के मंदिर में मां लक्ष्मी और भगवान गणेश (Lord Ganesha) की प्रतिमा स्थापित करते समय उनकी दिशाओं का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है. माता लक्ष्मी की मूर्ति को कभी भी भगवान गणेश के बाईं ओर स्थापित नहीं करना चाहिए. दरअसल बाईं ओर की दिशा पत्नी वाली मानी जाती है. जबकि देवी लक्ष्मी भगवान गणेश के लिए मां समान हैं. इसलिए कभी भी ऐसी भूल न करें. 


प्रतिमा स्थापना में करें इन नियमों का पालन


इस बात का ध्यान रखें कि घर में मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) की मूर्ति का मुंह हमेशा उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए. मूर्ति हमेशा वही लेनी चाहिए, जिसमें मां लक्ष्मी बैठी अवस्था में धन वर्षा कर रही हों और एक हाथ में कमल हो. उल्लू पर विराजमान मां लक्ष्मी की मूर्ति को कभी भी घर पर न लाएं. यह भी ध्यान दें कि मां लक्ष्मी की मूर्ति को दीवार से सटाकर न रखा जाए. 


भगवान गणेश की मूर्ति सजावट में इस्तेमाल न करें


अगर आप घर पर भगवान गणेश (Lord Ganesha) की प्रतिमा लेकर आ रहे हैं तो उसका साइज किसी भी हाल में एक फुट से ऊंचा नहीं होना चाहिए. उनकी मूर्ति ऐसी होनी चाहिए, जिसमें उनकी सूंड बाईं ओर घूमी दिख रही हो. विनायक की बड़े आकार की मूर्ति लेने से परहेज करें. इस बात पर ध्यान दें कि भगवान गणेश की मूर्ति सजावट के काम में इस्तेमाल न हो और उसे पूजाघर को छोड़कर लिविंग रूम या घर के किसी और कमरे में न रखा जाए. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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