Sambhal News: संभल समेटे हुए है सैंकड़ों ऐतिहासिक याद, तोता-मैना का कब्र समेटे हुए है अबुझ यादें
Sambhal News: क्या आपको पता है कि तोता मैना का भी कब्र है. बिल्कुल सही सुना आपने कि संभल जिले में तोता-मैना का कब्र भी है. शहर से करीब 6 किलोमीटर दूर जिले के बीगड़ जंगलों के बीच यह कब्र स्थित है. यह कब्र करीब 1000 साल से भी अधिक पुराना बताया जाता है.
Sambhal News: संभल इन दिनों विवाद के केंद्र में घिर हुआ है. लेकिन क्या आपको पता है कि यहां एक अनोखा कब्र भी है. जी हां राजा, महाराजा और रानियों के कब्र के बारे में तो आपने सुना होगा. लेकिन क्या आपको पता है कि तोता मैना का भी कब्र है. बिल्कुल सही सुना आपने कि जिले में तोता-मैना का कब्र भी है. शहर से करीब 6 किलोमीटर दूर जिले के बीगड़ जंगलों के बीच यह कब्र स्थित है. यह कब्र करीब 1000 साल से भी अधिक पुराना बताया जाता है.
कोई भी नहीं पढ़ पाया है इन आयतों को
इस कब्र की खास बात यह है कि यहां जो भी आयतें लिखी हुईं है उसे आजतक कोई भी उसे पढ़ नहीं पाया है. इस कब्र को देखने के लिए अलग-अलग भाषाओं को जानने वाले लोग यहां पहुंच चुके हैं लेकिन इस पर लिखी आयतें आज भी अनसुलझी पहेली की तरह है. आज तक इस पर लिखी हुई आयतें कोई पढ़ नहीं पाया है.
पृथ्वीराज चौहान से जुड़ी कहानी
तोता मैना की रहस्यमयी कब्र को लेकर पृथ्वीराज चौहान की एक कहानी बहुत ही मशहूर है. इतिहासकारों के मुताबिक इसी जगह पर राजा पृथ्वीराज चौहान की राजधानी थी. जिस वक्त वह राजा थे उस समय पृथ्वीराज चौहान तोता-मैना के इस जोड़ी से बहुत प्रेम करते थे. समय बीतने के साथ दोनों की मृत्यु हो गई जिसके बाद पृथ्वीराज चौहान ने उनकी याद में इस कब्र का निर्माण करवाया.
इतिहास को समेटे हुए है संभल
जानकारी के लिए आपको बता दें कि संभल अपने आप में इतिहास की कई कहानियों और यादों को अपने अंदर समेटे हुए है. पुरातत्वविदों के मुताबिक आज भी खुदाई के दौरान संभल में हजारों साल पुरानी और ऐतिहासिक मूर्तियों के अलावा ताम्र फलक आदि मिलता है. यहां आराध्य देवी चतुर्भुज महिष मर्दिनी की मूर्ति भी मिली है. इसके अलावा तमाम मूर्तियां और पुरावशेष भी मिले हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)