पुणे : गणपती को पहनाया गया स्वेटर, 30 साल पुरानी है परंपरा
सारसबाग के गणपती को पिछले 30 साल से ठंड के मौसम में स्वेटर पहनाने की पंरपरा है.
नई दिल्ली : पुणे में एक भक्त ने सारसबाग गणपती को स्वेटर और वुलन कैप पहनाई है. ठंड बढ़ने के बाद सभी स्वेटर पहनते हैं लेकिन पुणे में भक्तों ने अपने चहेते गणपती बप्पा को भी स्वेटर पहनाया है. सारसबाग के गणपती को पिछले 30 साल से ठंड के मौसम में स्वेटर पहनाने की पंरपरा है.
सारसबाग गणपती संस्थान के कर्मचारी शशिकांत धर्माधिकारी (उम्र 55) पिछले 30 साल से गणेश मूर्ति को स्वेटर और वुलन कैप पहनाते हैं. सरकारी नौकरी से रिटायर हुए शिशिकांत धर्माधिकारी खुद साररसबाग में सेवक बनकर काम कर रहे हैं. ठंड के मौसम में सारसबाग कें गणपती बाप्पा को रात में स्वेटर और वुलन कैप पहनायी जाती है . और सुबह उसे निकाला जता है. पुणे का सारसबाग गणेश मंदिर 250 साल पुराना है. नानासाहेब पेशवा ने इसे बनवाया था. इस मंदिर में स्वेटर पहने गणपती को देखने आने वाले भक्तों की संख्या रोज बढ़ रही है.
इस शुभ मुहूर्त पर करें गणेश चतुर्थी पूजा, बप्पा के आशीर्वाद से जीवन होगा खुशहाल
भक्त शशिकांत धर्माधिकारी का कहना है कि मै 1979 से सारसबाग गणपती को स्वेटर पहनता आ रहा हूं. लेकिन ये परंपरा उससे पहले ही शुरु हो गई थी. हफ्ते के दिन के हिसाब से सात अगल-अलग रंग के स्वेटर दिए गए हैं. ठंड के दो महीने में बप्पा को यही स्वेटर पहनाए जाते हैं.