Shadi Ke Gun Milan ke Tarike: देवउठावनी एकादशी के साथ ही देशभर में विवाहों का शुभ मुहूर्त शुरू हो चुका है. आपके घर में भी शादी के निमंत्रण आने शुरू हो चुके हैं. यह शादी स्थायित्व को प्राप्त करे और दंपत्ति के बीच प्रेम भाव बना रहे, इसलिए विवाह पर अंतिम मंजूरी से पहले लड़के-लड़की की कुंडलियों का मिलान किया जाता है. आज हम आपको बताते हैं कि सफल वैवाहिक जीवन के लिए लड़के-लड़की के बीच में कितने गुण मिलना जरूरी होता है. ऐसा न करने पर शादी की गाड़ी आगे बढ़ने से पहले ही पंक्चर हो जाती है. 


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श्रेष्ठतम कुंडली कौन सी होती है?


ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार, वैवाहिक जीवन सफल रहेगा या नहीं, इसे देखने के लिए लड़के और लड़की के गुण दोष, नाड़ी दोष और मांगलिक दोष देखे जाते हैं. कुंडली में कुल 36 गुण होते हैं. अगर किसी लड़के और लड़की के  32 से 36 गुण तक मिल जाते हैं तो उसे श्रेष्ठतम कुंडली माना जाता है. 


सफल शादी के लिए कितने गुण मिलना जरूरी?


धार्मिक विद्वानों के मुताबिक, विवाह के लिए कुंडली में न्यूनतम गुणों का मिलना आवश्यक माना जाता है. कहते हैं कि अगर किसी लड़के-लड़की के 18 से भी कम गुण मिल रहे होते हैं तो वह रिश्ता जल्द ही भंवर में आ जाता है और उसमें दुख-परेशानी, संकट घेरने शुरू कर देते हैं. आखिर में रिश्ता टूटने तक की नौबत आ जाती है. 


यह उपाय करने में नहीं आती हैं समस्याएं


ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक, विवाह से पहले कुंडली में लड़के और लड़की के गुण-दोषों का मिलान किया जाता है. अगर दोनों में किसी एक की कुंडली के 1, 4, 7, 8, और 12 भाव में मंगल की महादशा हो तो उसके हिसाब से ही कुंडली देखी जाती है. माना जाता है कि जब दोनों के गुण-दोष अच्छी तरह से जांच लिए जाते हैं तो फिर विवाह में कोई समस्या नहीं आती है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)