Shani Jayanti: जिन लोगों पर चल रही है साढ़ेसाती और ढैय्या, शनि जयंती उनके लिए है खास दिन
Shani Jayanti 2023: शनि देव के भक्तों को उनकी जयंती का बेसब्री से इंतजार रहता है. हो भी क्यों न, आखिर वह दंडाधिकारी और न्याय के देवता माने जाते हैं. इस दिन अगर शनि देव की पूरी श्रद्धा और भक्ति भाव से पूजा की जाए तो उनकी कृपा बरसने लगती है.
Shani Jayanti 2023 Upay: शनि देव की महिमा अपरंपार है. वह जितने जल्दी क्रोधित हो जाते हैं, उतने ही जल्द प्रसन्न हो जाते हैं. शनि देव की कृपा पानी हो तो अपने कर्मों को सही करना चाहिए, क्योंकि वह कर्मों के जरिए ही इंसान का हिसाब-किताब करते हैं. यही वजह है कि उनको दंडाधिकारी, न्याय का देवता और कर्म फलदाता के नाम से जाना जाता है. शनि देव को प्रसन्न करने के लिए वैसे तो हर शनिवार के दिन पूजा और उपाय किए जाते हैं, लेकिन साल में एक दिन बेहद खास होता है, जिस दिन वह अपने भक्तों पर जमकर कृपा बरसाते हैं. इस दिन भगवान शनि देव का जन्म हुआ था और इसे लोग शनि जयंती के नाम से जानते हैं.
खास दिन
इस साल शनि जयंती 19 मई यानी कि शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी. इस दिन शनि देव की पूजा करने से पूरे साल उनका आशीर्वाद मिलता है. खासकर जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही है, उनके लिए यह दिन बेहद खास हो जाता है.
मदद
शनि देव हमेशा उन लोगों पर कृपा बरसाते हैं, जो गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. ऐसे लोगों से वह प्रसन्न रहते हैं और अपनी वक्र दृष्टि नहीं डालते हैं. इसके अलावा जो लोग हमेशा सदकर्म करते हैं, उन लोगों से भी शनि देव बेहद खुश रहते हैं.
दान
शनि देव को काली गाय, काला कुत्ता और कौवे की सेवा करने वाले लोग पसंद आते हैं. इसके अलावा शनि जयंती के दिन सरसों का तेल, कच्चा कोयला, लोहे के बर्तन, काला वस्त्र, काला छाता, काले तिल, काली उड़द दान करने से भी वह खुश होते हैं.
रुद्राक्ष
इसके अलावा भगवान शिव और हनुमान जी की पूजा करने वालों को भी शनि देव नहीं सताते हैं. वहीं, हर शनिवार को पीपल और शमी वृक्ष की पूजा करने और सात मुखी रुद्राक्ष पहनने से शनि दोष कम होता है और साढ़ेसाती और ढैय्या में कष्ट नहीं भोगने पड़ते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)