Shaniwar Upay: शनि का नाम सुनते ही पसीने छूट जाते हैं. अगर कुंडली में शनि कुपित हो जाए और खराब परिणाम देने लगे तो व्यक्ति को राजा से  रंक बनने में समय नहीं लगता है. शनि कई तरीके की समस्याएं देते हैं दरअसल यह समस्या न्याय के रूप में होती हैं. शनि को ग्रहों में न्यायाधीश माना गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

 


कर्माधिपति शनि कर्म का आधिपत्य करते हैं. यानी कर्मों के हिसाब अच्छा या बुरा फल देते हैं. शनि की साढ़ेसाती चल रही हो तब भी शनि विषम स्थितियां पैदा कर देते हैं. शनि की मारक दृष्टि और प्रभाव दुर्घटना भी कराने में सक्षम होती है. यदि बार बार चोट लग रही हो, नसों से संबंधित दिक्कतें अधिक हो रही हो तो यह समझना चाहिए कि शनिदेव नाराज है. 


यदि आप शनि ग्रह के कारण परेशान हैं, आपके बनते हुए काम बिगड़ जाते हों तो उनके कोप को कम करने के लिए इन उपायों को श्रद्धा भाव से करें. आपको फल अवश्य मिलेगा.


1. शनिवार को सायंकाल जब अंधेरा हो जाए तब किसी बड़े पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए. दीपक जलाने के बाद वृक्ष की परिक्रमा भी करनी चाहिए. परिक्रमा 3, 5 या 9 बार कर सकते हैं. एक बात का और भी ध्यान रखना चाहिए की दीपक के लिए तेल घर से ही ले जाएं क्योंकि शनिवार के दिन तेल नहीं खरीदना चाहिए.  


 


2. शनिवार को शाम होने के बाद भोजन सामग्री, काले चने आदि अपनी क्षमता के अनुसार दान करना चाहिए. जो भोजन पकाएं वह सरसों के तेल में ही पकाना चाहिए. किसी गरीब निर्धन को भोजन कराने से शनि की नाराजगी कम होने लगती है. 


 


3. नौकरी व्यापार या धन संबंधी समस्या को दूर करने के लिए शनिवार के दिन शाम को सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए. हनुमान जी के आगे देसी घी का दीपक जलाकर सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए. 


 


4. किसी दिव्यांग को फुटवियर या वस्त्र उपहार में देने चाहिए. दिव्यांग की प्रसन्नता और उसके द्वारा दिये गए आशीर्वाद से शनि देव बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं.