Manikya Stone Wearing Rule: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में प्रत्येक ग्रहों की अनुकूलता को प्राप्त करने के लिए संबंधित रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है. रत्न ग्रहों की शुभता को प्रदान करता है. साथ ही अगर कुंडली में कोई ग्रह कमजोर है तो संबंधित रत्न उसे मजबूती प्रदान करता है. ग्रहों के राजा सूर्य के लिए वैदिक ज्योतिष में माणिक्य का उल्लेख किया गया है. माणिक्य का सही इस्तेमाल राजयोग दिला सकता है, ऐसा ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है. लेकिन, इस प्रभावशाली रत्न को धारण करने से पहले कुछ सावधानियां बरतनी होती हैं, आइए जानते हैं कि माणिक्य रत्न किन राशियों को धारण करना चाहिए और किन राशियों को यह रत्न पहनने से बचना चाहिए. 


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माणिक्य के क्या हैं फायदे


वैसे तो माणिक्य रत्न कई रंगों में उपलब्ध है लेकिन गुलाबी रंग का माणिक्य अधिक असरदार होता है. यह रत्न इंसान की आंखों, हड्डियों, दिल और शोहरत पर सीधा असर डालता है. यह रत्न जब इंसान के जीवन पर असर डालता है तो उसका चेहरा चमकने लगता है और वह आत्मविश्वास से लबरेज रहता है. कहते हैं कि माणिक्य में इतनी ताकत है कि यह रत्न राजयोग तक दिला सकता है.


किन राशियों को नहीं पहनना चाहिए माणिक्य


सूर्य का रत्न माणिक्य राशिचक्र की पांच राशियों को बिना सलाह लिए धारण नहीं करना चाहिए. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह रत्न मिथुन, कन्या, तुला, मकर और कुंभ राशि के लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है. इसके अलावा जो हाई ब्लड प्रेशर या दिल की परेशानियों के जूझ रहे हैं, उन्हें माणिक्य बहुत सोच-समझकर धारण करना चाहिए. जिन लोगों का पिता से संबंध अच्छे नहीं हैं, उन्हें यह रत्न नुकसान पहुंचा सकता है. 


किन राशियों के लोग धारण कर सकते हैं माणिक्य


सूर्य के रत्न माणिक्य को कभी भी बिना सलाह लिये धारण नहीं करना चाहिए. कुंडली दिखाकर इस रत्न को धारण करना अच्छा होगा.


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मेष, सिंह और धनु लग्न के जातकों के लिए यह रत्न सर्वोत्तम है. वहीं, कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों को यह रत्न सामान्य परिणाम देता है. इसके अलावा वृषभ लग्न के जातक विशेष परिस्थियों में माणक्य धारण कर सकते हैं. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)