भगवान सूर्य देव और वरुण देव का गहरा नाता है. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक अगर आप रोजाना सुबह-सुबह नहा-धोकर एक लोटा जल भगवान सूर्य को अर्पित करते हैं तो आपको मनवांछित फल की प्राप्ति हो सकती है. मान्यताओं के मुताबिक अगर आप सूर्य देव को जल चढ़ाते हैं तो आपके शरीर को आत्मिक सुख मिलती है.


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जल चढ़ाने से क्या होता है


मान्यताओं के मुताबिक सूर्य को जल चढ़ाने से दिन की शुरुआत अच्छी होती है. अगर कोई व्यक्ति रोजाना नहा-धोकर स्वच्छ कपड़े पहनकर सूर्य भगवान को जल चढ़ाता है तो इससे उस व्यक्ति के मन और आत्मा को काफी ऊर्जा मिलती है. पौराणिक कथाओं की माने तो नियमित रूप से सूर्य को जल चढ़ाने से सौभाग्य बना रहता है


मान सम्मान में होती है बढ़ोतरी


सूर्य देव को जल चढ़ाने से मान-सम्मान में वृद्धि होती है. अगर किसी को विवाह में किसी भी प्रकार की देरी हो रही है तो आप सूर्य को जल चढ़ा सकते हैं. ऐसा करने से अच्छे रिश्ते आते हैं. पौराणिक कथाओं के मुताबिक सूर्य को जल चढ़ाने से शरीर में ऊर्जा बढ़ती है.


जल चढ़ाने का तरीका


सूर्य देव को जल चढ़ाने के लिए तांबे के लोटे का इस्तेमाल करना चाहिए. जो भी शख्स सूर्य को जल चढ़ाते हैं उन्हें कोशिश करना चाहिए कि ऐसा करने के लिए सूर्योदय का समय सबसे सही होता है.जल चढ़ाते समय मुंह को पूरव दिशा में रखना चाहिए. जल चढ़ाते वक्त उसमें रोली या लाल चंदन डाल दें. सूर्य को लाल फूल भी अर्पित किया जा सकता है.


दोनों के बीच जुगलबंदी


अगर दोनों के बीच जुगलबंदी की बात करें तो सूर्य देव एक लोटा जल से खुश हो जाते हैं. वहीं छठ के दौरान सूर्य की आराधना के समय व्रती जल में खड़े होकर उनकी उपासना करते हैं. ऐसे में माना जाता है कि दोनों के बीच काफी अच्छी जुगलबंदी है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)