Astro tips for Wednesday in Hindi: हिंदू धर्म में सप्‍ताह का हर दिन किसी ना किसी देवी-देवता को समर्पित है. बुधवार का दिन प्रथम पूजनीय गणेश जी और मां दुर्गा को समर्पित है. साथ ही बुध ग्रह का संबंध भी बुधवार से है. यदि कुंडली में बुध ग्रह कमजोर हो तो जातक को बोलने में समस्‍या होती है, उसकी याददाश्‍त कमजोर रहती है, वह बुद्धिहीन रहता है. उसे कारोबार में नुकसान होता है. आर्थिक तंगी रहती है. वहीं कुंडली में मजबूत बुध का होना व्‍यक्ति को बुद्धिमान, संवाद कला में निपुण, मजबूत याददाश्‍त वाला और बड़ा कारोबारी बनाता है. अशुभ बुध जातक को मानसिक, शारीरिक और आर्थिक परेशानियां देता है. ज्‍योतिष शास्‍त्र में कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं जो बुध ग्रह को मजबूत करते हैं, करियर-कारोबार में आ रही बाधाओं को दूर करते हैं. 


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बुधवार को कर लें ये उपाय  


यदि आप नौकरी, व्‍यापार में सफलता पाना चाहते हैं तो ज्‍योतिष शास्‍त्र में बताए गए बुधवार के उपाय कर लें.  


- बुधवार के दिन हरी मूंग की दाल का दान करें. बेहतर होगा कि हर बुधवार को मूंग की हरी दाल का सेवन भी करें. ऐसा करने से कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होता है. बुधवार के दिन शिवलिंग पर हरी मूंग चढ़ाने से नौकरी-व्‍यापार में आ रही बाधाएं दूर होने लगती हैं. 


- यदि आर्थिक तंगी, कर्ज से परेशान हैं तो हर बुधवार को ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र का पाठ करें. इससे भगवान गणेश की कृपा से आर्थिक समस्‍याएं दूर हो सकती हैं. विघ्‍न दूर होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ने लगती है. ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र का पाठ करने के बाद भगवान गणेश की आरती जरूर करें.


- किस्‍मत साथ ना दे रही हो तो बुधवार के दिन गाय को हरी घास या पालक साग खिलाएं. ऐसा करने से सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और और ग्रह दोष दूर होते हैं. ये उपाय कम से कम 11 से 15 बुधवार तक करें. 


- बुधवार के दिन भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करें और पूजा में उन्‍हें शमी का पत्ता व दुर्वा अर्पित करें. इसके लिए 21 दूर्वा की एक गांठ बनाई जाती है. फिर दूर्वा की ऐसी 21 गांठें गणेशजी के मस्तक पर चढ़ाएं. यह उपाय भगवान गणेश को शीघ्र प्रसन्न करता है और व्‍यक्ति की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. 


- बुधवार के दिन बुध ग्रह के मंत्रों का जाप करें. इससे कारोबार व करियर में तरक्की मिलने के योग बनना शुरू हो जाते हैं. बुध के मंत्र 



बीज मंत्र : ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः!
ॐ बुं बुधाय नमः अथवा ॐ ऐं श्रीं श्रीं बुधाय नमः!
ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:
प्रियंगुकलिकाश्यामं रूपेणाप्रतिमं बुधम. सौम्यं सौम्य गुणोपेतं तं बुधं प्रणमाम्यहम..


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)