Bada Bagh Hanuman Temple: बरेली के बड़ा बाग में मौजूद हनुमान मंदिर काफी ज्यादा मशहूर है. हनुमान जी का ये मंदिर 3 अप्रैल 1952 को बाबा श्री रामदास जी ने बनवाया था. इस मंदिर की स्थापना राम नवमी के दिन ही हुई थी. इस मंदिर की काफी ज्यादा मान्यता है. कहते हैं इस मंदिर में हनुमान जी आते रहते हैं. कहते हैं कि कोरोना काल में आरती के दौरान हनुमान जी के बाएं ओर रखा गदा कुछ सेकंड तक हिला था और यह पूरा वाक्या सीसीटीवी में भी कैद हो गया था. कहते हैं कि हनुमान जी यहां आते रहते हैं. यहां हर मंगलवार और शनिवार यहां भक्तों का तांता लगा रहता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस दिन लगती है भारी भीड़


इस मंदिर में हनुमान जी के साथ-साथ सीता-राम और गौरी-शंकर का मंदिर भी बना हुआ है. हर मंदिर की तरह यहां गणेश जी के साथ शिवालय में शिवलिंग भी मौजूद है. इसके चलते सावन के महीने में सोमवार के दिन भी यहां भक्तों की भीड़ भारी मात्रा में देखने को मिलती है. हर मंगलवार के दिन यहां भक्तों को खुले दिल से भंडारा भी कराया जाता है.


बड़ा बाग हनुमान मंदिर पर ज्येष्ठ मास के पांचवें बड़े मंगल पर हनुमान बाबा व सीताराम का भव्य फूल बंगला सजा कर दिव्य श्रृंगार किया जाता है. इसके चलते सुबह से ही लंबी लाइन में लगकर भक्तों यहां दर्शन के लिए आते हैं.


कितना पुराना है ये मंदिर


इस मंदिर के इतिहास के बारे में बात करें तो लगभग 70 साल पहले  सन्तशिरोमणि बाबा रामदास के आदेश पर गुप्ता नर्सरी के पास बड़ा बाग में इस मंदिर की स्थापना हुई थी. किशन लाल जी नाम के व्यक्ति ने मंदिर के लिए भूमि का दान किया था और वासुदेवशरण ने इस मंदिर का निर्माण कराया था. 


नीम करौली महाराज भी यहां आ चुके हैं


शुरू से ही इस मंदिर में बड़े-बड़े संत आते रहे हैं और आज भी आते हैं. दुनियाभर में मशहूर कैंची धाम के सन्त बाबा नीम करौली महाराज भी यहां आ चुके हैं. कहते हैं कि इस मंदिर में ऊर्जा और शांति हमेशा बनी रहती है. भक्त यहां आने के बाद काफी हल्का महसूस करते हैं और उनकी हर मनोकामना हनुमान जी पूरी करते हैं.


Unlucky Plants: चंद दिनों में ही अर्श से फर्श पर ले आएंगे घर में लगे ये 5 पौधे, दुर्भाग्य को देते हैं न्यौता
 


Lal Kitab: लाल किताब का ये टोटका करता है नोटों की बारिश, बंद किस्मत वाले भी बनने लगते हैं अमीर
 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)