Astrology: घोड़े की नाल का इस तरह करें इस्तेमाल, नौकरी-व्यापार में होगी खूब तरक्की
ज्योतिष शास्त्र में हर धातु का विशेष महत्व बताया गया है. लोहे का संबंध शनि देव से माना जाता है. नौकरी-व्यापार में उन्नति और शनि दोष को दूर करने के लिए घोड़े की नाल का इस्तेमाल किया जाता है.
नई दिल्ली: ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में हर धातु का खास महत्व है. सोना, चांदी, तांबा, पीतल और लोहा ये सभी किसी ना किसी ग्रह से संबंध रखते हैं. ज्योतिष शास्त्र के जानकारों की मानें तो लोहा शनि देव (Shani Dev) की प्रिय धातु है. कई बार शनि की पीड़ा से राहत के लिए घोड़े की नाल (Ghode Ki Naal) को धारण करने की सलाह दी जाती है. आइए जानते हैं घोड़े की नाल के फायदे.
शनि दोष के लिए
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक घर के मुख्य द्वार पर घोड़े की नाल लगाने से शनि की पीड़ा से मुक्ति मिलती है. साथ ही वास्तु दोषों से भी छुटकारा मिलता है. इसके अलावा किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की दशा चल रही है तो उसके बेड में घोड़े की नाल लगा देने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है.
नौकरी-व्यापार में सफलता के लिए
अगर तमाम कोशिश करने के बाद भी सफलता नहीं मिल रही है तो घोड़े की नाल का छल्ला बनाकर मध्यमा अंगुली में धारण करना चाहिए. माना जाता है कि ऐसा करने से नौकरी में सफलता मिलती है. इसके अलावा व्यापार में सफलता प्राप्त करने के लिए बिजनेस वाले स्थान पर काले घोड़े का नाल स्थापित करना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से बिजनेस में आर्थिक सफलता मिलने लगती है.
धन लाभ के लिए
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक घोड़े की नाल का इस्तेमाल धन लाभ के लिए भी किया जा सकता है. अगर कोई व्यक्ति धन में बरकत चाहता है तो उसे घोड़े की नाल तिजोरी में रखनी चाहिए.
यह भी पढ़ें: Vastu Tips For Home: वास्तु के ये नियम घर में बढ़ाते हैं धन और संपन्नता, आप भी जानें
बीमारी से छुटकारा पाने के लिए
अगर परिवार का कोई सदस्य लगातार बीमार रहता है तो घोड़े की नाल से बनी चार कील, सवा किलो उड़द की दाल और एक सूखा नारियल लेकर रोगी के ऊपर से 11 बार उतार दें और उसे किसी नदी में प्रवाहित कर दें. मान्यता है कि ऐसा करने से बहुत हद तक बीमारी से छुटकारा मिल जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)