Lord Shiv Puja: भगवान शिव की कृपा पाने के लिए रुद्राभिषेक किया जाता है. रुद्राभिषेक दो शब्दों से मिलकर बना है जिसमें रुद्र का अर्थ भगवान शंकर और अभिषेक यानी स्नान. यूं तो भोलेनाथ एक लोटा जल से भी प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्तों की इच्छाओं को पूरा करते हैं किंतु शिव पुराण में कहा गया है कि किस द्रव्य से शिव जी का अभिषेक करने से कैसा फल प्राप्त होता है. आप जिस उद्देश्य को पूरा करने के लिए रुद्राभिषेक करा रहे हैं तो उसकी पूर्ति के लिए आपको किस तरह के द्रव्य का इस्तेमाल करना चाहिए. 


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जल से अभिषेक


जल से अभिषेक करने से व्यक्ति को हर तरह के दुखों से छुटकारा मिल जाता है. इसके लिए एक तांबे के स्वच्छ लोटे में शुद्ध जल भर कर पात्र में कुमकुम से तिलक करें. अब ‘ओम नमः शिवाय’ पंचाक्षरी मंत्र का जाप करते हुए शिवलिंग पर पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ उस जल को अर्पित करें.


 


ध्यान रखें कि शिवलिंग पर जल की पतली धार बना कर अभिषेक करना चाहिए. बाद में शिवलिंग को किसी अच्छी तरह से साफ कपड़े से पोंछ कर चंदन आदि लगा कर पुष्प अर्पित करें. सुगंध करने के बाद भोलेनाथ से अपनी कामना कहें और प्रणाम करते हुए उठें. ऐसा करने से निश्चित रूप से आपको दुखों से छुटकारा मिलेगा. 


 


दूध से अभिषेक


 


शिव जी की हर तरह से कृपा पाने और उन्हें प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद पाने के लिए दूध से अभिषेक किया जाता है. भगवान शिव के प्रकाशमय स्वरूप का मानसिक तौर पर ध्यान करते हुए एक पात्र में दूध भर कर उससे शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए. शिव जी की पंचाक्षरी मंत्र का जाप करते हुए शिवलिंग पर दूध को पतली धार बना कर छोड़ना चाहिए. दूध से अभिषेक करने के बाद स्वच्छ जल से भी अभिषेक करें और फिर चंदन , धूप आदि दिखा कर पुष्प और प्रसाद अर्पित करें. ऐसा करने से शिव जी प्रसन्न होकर अपनी कृपा देते हैं. 


 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)