Parrot Vastu Shastra: वास्तु शास्त्र और धार्मिक मान्याताओं के अनुसार तोता को शुभ पक्षी माना जाता है जो घर में सुख, समृद्धि, और सकारात्मक ऊर्जा लाता है. तोते की मूर्तियां या चित्र घर में सुख-शांति और समृद्धि का प्रतीक माने जाते हैं. इसे जोड़ी में और शुभ दिशा में रखना चाहिए, जिससे अधिक लोभ हो. धार्मिक मान्यताओं में तोता का संबंध भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी से माना गया है. ज्योतिष में यह हरा पक्षी बुध ग्रह का प्रतीक माना गया है, जो शुभ और सौम्य ग्रह है. तोता को पालने से धन में वृद्धि और बुद्धि में तेजी आती है. तोते के रंगीन पंख और उनकी मिठी आवाज़ से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. यह सकारात्मक ऊर्जा घर के अन्य सदस्यों में भी सकारात्मकता और उत्साह भर देती है.


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जोड़ी में तोते
तोता शांति और प्रेम का प्रतीक माना जाता है. घर में तोते की उपस्थिति से सदस्यों में प्यार और समझदारी बढ़ती है. कामदेव की सवारी के रूप में भी तोते को माना गया है, जिससे घर में प्रेम और स्नेह बना रहता है. यदि किसी को तोता पालने की सोच है, तो उसे तोते को अकेला नहीं, बल्कि जोड़ी में रखना चाहिए. जोड़ी में तोते को रखने से पति-पत्नी के बीच संबंध मधुर रहते हैं. 


पूर्व और उत्तर दिशा में तोते
तोते को घर में रखते समय दिशा का भी ध्यान रखना चाहिए. पूर्व और उत्तर दिशा में तोते को रखने से मां लक्ष्मी की आशीर्वाद से धन की बरकत मिलती है.


अकाल मृत्यु से रक्षा
तोता, जो कि वफादार पक्षी माना जाता है, अकाल मृत्यु से रक्षा प्रदान करता है. तोता बलाओं को अपने ऊपर ले लेता है और घर के लोगों को अकाल मृत्यु से बचाता है. 


बोलने वाला तोता
बोलने वाला तोता घर में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है. बच्चों के पढ़ाई में मन नहीं लगता है तो ऐसे तोते को पालने से उनकी पढ़ाई में रुचि बढ़ सकती है. तोते के पालन-पोषण में हरी सब्जियों और फलों का प्रयोग करना चाहिए, जिससे घर में खुशहाली बढ़ती है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)