वास्तु के हिसाब से बनवाएं घर का मंदिर, सुख-समृद्धि और खुशियों का खुलेगा द्वार
वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में घर के हर हिस्से के लिए कुछ विशेष नियम और दिशाएं तय की गई हैं. वास्तु शास्त्र के मुताबिक, यदि किसी के घर में पूजा घर गलत जगह पर हो तो इसके विपरीत प्रभाव देखने को मिलते हैं.
नई दिल्ली: वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में घर के हर हिस्से के लिए कुछ विशेष नियम और दिशाएं तय की गई हैं. सुख-समृद्धि और अच्छी सेहत के लिए रसोई घर (Kitchen), पढ़ाई वाले कमरे (Study Room) और सोने वाले कमरे (Bed Room) से लेकर पूजा घर (Puja Ghar-Temple) तक को वास्तु के हिसाब से बनवाना मुफीद रहता है. वास्तु शास्त्र के मुताबिक, यदि किसी के घर में पूजा घर गलत जगह पर हो तो इसके विपरीत प्रभाव देखने को मिलते हैं. व्यक्ति को आए दिन समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है.
घर के मंदिर का वास्तु
अगर आप घर में मंदिर बनवा रहे हैं या पुराने मंदिर को ही रेनोवेट (Renovate) कर रहे हैं तो वास्तु एक्सपर्ट डॉ. आरती दहिया के इन वास्तु टिप्स को जरूर ध्यान में रखें.
1. घर के मंदिर को कभी भी सीढ़ियों के नीचे नहीं बनवाना चाहिए. सीढ़ियों के नीचे मंदिर होने से व्यक्ति के जीवन में परेशानियां ही परेशानियां रहती हैं. कहा जाता है कि सीढ़ियों के नीचे मंदिर बनवाने से घर में बेवजह ही क्लेश पैदा होता है. परिवार के सदस्यों को मानसिक अशांति का भी सामना करना पड़ता है. इसके अलावा धन की भी हानि होती रहती है.
2. पूजा घर को कभी भी बेसमेंट में नहीं बनवाना चाहिए अन्यथा व्यक्ति को पूजा का फल नहीं प्राप्त होता है.
3. वास्तु के मुताबिक, पूजा घर में सफेद या क्रीम कलर का ही इस्तेमाल करना चाहिए.
4. ब्रह्मा जी, विष्णु जी, शिव जी, सूर्य भगवान, कार्तिकेय जी, गणेश जी और दुर्गा मां की मूर्तियों का मुंह पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए. कुबेर जी और भैरव जी का मुंह दक्षिण की तरफ रखें, जबकि हनुमान जी का मुंह दक्षिण या नैऋत्य की तरफ होना चाहिए.
5. पूजा घर हमेशा स्वच्छ जगह पर होना चाहिए और नियमित रूप से इसकी साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है.
6. उत्तर या पूर्व दिशा में बैठकर पूजा करने से धन प्राप्ति के साथ ही व्यक्ति के ज्ञान में भी वृद्धि होती है और कई अन्य प्रकार के चमत्कारी लाभ मिलते हैं.
7. पूजा घर में शंख रखना बहुत शुभ माना जाता है. ऐसा करने से घर में मौजूद नकारात्मक शक्तियों को खत्म कर वातावरण को शुद्ध किया जा सकता है.
8. पूजा घर में कभी भी खंडित मूर्तियां न रखें. खंडित मूर्तियां घर में नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देती हैं.
9. पूजा स्थान पर भगवान को चढ़ाए गए फूल और मालाओं को रोजाना साफ करना चाहिए. सूखे हुए फूल कभी भी पूजा घर में नहीं रखने चाहिए अन्यथा घर की ऊर्जा कम होने लगती है.
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