50,000 साल पुराना बेबी मैमथ कहां से मिल गया, कैसा होता है हाथी जैसा दिखने वाला यह जानवर?
Baby Mammoth Dead Body found in Russia: रूस में हजारों वर्ष पहले विलुप्त हो चुके एक जानवर `मैमथ` के बच्चे की लाश मिली है. यान नदी के पास मिलने वाला यह मैमथ दुनिया का सातवां मैमथ है. इससे पहले सिर्फ 6 मैमथ की लाशें ही मिली हैं.
Baby Mammoth Dead Body: सोमवार को रूस में रिसरचर्स ने बताया है कि जून महीने में साइबेरिया के याकूतिया इलाके में 50,000 वर्ष पुराने मादा शिशु मैमथ का शव मिला है. विशेषज्ञों का कहना है कि यह दुनिया में सबसे अच्छी तरह से संरक्षित मैमथ शव है और अब तक मिले सिर्फ सात अवशेषों में से एक है. इसका नाम याना रखा गया है, क्योंकि यह याना नदी के ही नजदीक स्थानीय लोगों को मिला है. शव की खोज तब हुई जब क्रेटर का एक हिस्सा ढह गया और मैमथ का आधा हिस्सा बाहर आ गया. इसी दौरान स्थानीय निवासियों ने इसको देखा.
180Kg है वज़न
शोधकर्ता मैक्सिम चेप्रासोव ने कहा कि शव का अगला हिस्सा गड्ढे के नीचे गिर गया, जबकि पिछला आधा हिस्सा जिसमें पिछले पैर शामिल थे, पर्माफ्रॉस्ट में था. पिछला आधा हिस्सा बाद में उनके सहयोगियों के ज़रिए इकट्ठा किया गया है. शव का वजन 180 किलोग्राम (397 पाउंड) है और यह लगभग 120 सेमी (4 फीट) लंबा और 200 सेमी लंबा है.
रूस में अब तक मिले 5 मैमथ
उत्तर-पूर्वी केंद्रीय यूनिवर्सिटी इस समय लाश की की समीक्षा कर रही है. यूनिवर्सिटी का कहना है कि इस मैमथ के इस बच्चे की तलाश से पहले, दुनिया भर में सिर्फ छह मैमथ शवों का पता लगाया गया था, जिनमें से पांच रूस में और एक कनाडा में था. यूनिवर्सिटी ने आगे कहा,'हम सभी मैमथ के असाधारण संरक्षण से हैरान थे.' शव की सही उम्र के बारे में अधिक जानने के लिए अध्ययन जारी है.
क्या होता है मैमथ?
मैमथ (Mammoth) एक विलुप्त हो चुका विशाल हाथी जैसा जीव था. यह विशालकाय जीव आज के हाथियों के समान हुआ करता था. एक जवान मैमथ की ऊंचाई लगभग 10-14 फीट होती थी और 6-8 टन वजनी हुआ था. इसके अलावा मैमथ के शरीर पर मोटी ऊन जैसे फर होते थे. मैमथ के शरीर पर मौजूद ये फर उन्हें ठंडे जलवायु में इन्हें गर्म रखने में मदद करते थे. साथ ही इनके लंबे, घुमावदार दांत बर्फ में खुदाई करने और शिकारियों से बचने के लिए मददगार होते थे. ये अक्सर ठंडे इलाकों जैसे यूरोप, एशिया और उत्तरी अमेरिका में पाये जाते हैं. खाने की बात करें तो ये घास, पत्ते, झाड़ियां और पेड़ों की छाल खाते थे.