नई दिल्ली : हर कोई लंबा कद पसंद करता है. लंबे कद पाने की चाहत में लोग कई फंडे अपनाते हैं लेकिन असफल होते हैं. क्या आप जानते हैं हमारे कद के छोटे या लंबे होने के पीछे ब्रेन सेंसर काम करते हैं. ये हम नहीं कह रहे बल्कि एक रिसर्च में बात सामने आई है. स्टडी के मुताबिक, ब्रेन में एक सेंसर लंबे कद के लिए जिम्मेदार है. 


न्यूट्रिशनल का प्रभाव


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रिसर्च में ये बात भी सामने आई है कि जैसे-जैसे पोषण संबंधी स्वास्थ्य विकसित हुआ वैसे-वैसे लोगों का कद बढ़ा. उदाहरण के लिए, 20वीं सदी के दौरान यूनाइटेड किंगडम में औसत ऊंचाई 3.9 इंच (10 सेमी) और अन्य देशों में 7.8 इंच तक बढ़ गई. हालांकि, ऐसा क्यों होता है इसका कभी किसी को पता नहीं चला.


दवा बनाना होगा आसान


यूके के शोधकर्ताओं के अनुसार, ब्रेन सेंसर होने के जो नतीजे सामने आए हैं उनसे उन दवाओं को बनाना संभव होगा जो मांसपेशियों को मजबूत बनाने और देर तक कद बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होंगी.  


अच्छी डायट बहुत जरूरी


शोधकर्ताओं के मुताबिक, जो लोग लगातार लंबे समय तक अच्छी डायट लेते हैं उनका कद लंबा होता है और वे जल्दी मैच्योर होते हैं. जैसे दक्षिण कोरिया के लोगों का कद बहुत लंबा है क्योंकि ये देश गरीबी से विकसित राष्ट्र की ओर बढ़ रहा है. दक्षिण एशिया और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में लोग 100 साल पहले की तुलना में अब लम्बे हैं.


इन संकेतों को पहचानें


ब्रेन के एक हिस्से हाइपोथैलेमस (hypothalamus) तक खाने से संकेत पहुंचते हैं, यह संकेत शरीर के पोषण संबंधी कल्याण और विकास को प्रेरित करने के बारे में सूचित करते हैं. नेचर में जारी इस नए शोध को कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी, ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी, मिशिगन यूनिवर्सिटी और वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी की टीमों के सहयोग से किया था.


क्या कहते हैं शोधकर्ता


ब्रेन सेंसर को ब्रेन के रिसेप्टर्स MC3R के रूप में जाना जाता है और इन रिसेप्टर्स का खाने, यौन डवलपमेंट और ग्रोथ के बीच महत्वपूर्ण संबंध है. शोध के लेखक प्रोफेसर सर स्टीफन ओराहिली का कहना है कि ये ब्रेन रिसेप्टर्स शरीर को संकेत देता है कि शरीर अच्छी स्थिति में है, उसे बहुत सारा पोषण मिला है. स्टीफन के मुताबिक, यह सब काल्पनिक नहीं है, इसके हमारे पास सबूत हैं कि आखिर यह काम कैसे करता है. उन्होंने कहा, जिन लोगों के ब्रेन के रिसेप्टर्स ठीक से काम नहीं करते हैं, उनका कद छोटा होता है और वे दूसरों की तुलना में देरे से जवान होते हैं.


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कैसे की गई रिसर्च


इसे साबित करने के लिए, शोधकर्ताओं ने यूके बायोबैंक में साइन अप करने वाले 5 लाख लोगों की आनुवंशिक संरचना की जांच की. रिसर्च में ये भी पाया गया कि जिन बच्चों में ब्रेन रिसेप्टर को बाधित करने वाले gene mutations थे, उनका कद छोटा था और उनका वजन दूसरों की तुलना में कम था.


रिसर्च के नतीजे


रिसर्च के नतीजों में पाया गया कि कद बढ़ने की एक सीमा होती है और यह तब प्राप्त होता है जब लोग अपनी आनुवंशिक क्षमता तक पहुंच जाते हैं. स्वास्थ्य और आहार का इस पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है. लम्बे लोग लंबा जीवन जीते हैं और उनको दिल के रोगों से पीड़ित होने की संभावना कम होती है. अब तो आप समझ गए होंगे आप शुरुआत से ही अपनी डायट का ख्याल रखें, अच्छी डायट आपको हाइट बढ़ाने में मदद कर सकती है.