एक-दूसरे में समाने वाला है महाभयानक ब्लैक होल का जोड़ा, ब्रह्मांड में पहली बार दिखा ऐसा नजारा
Supermassive Black Hole News: CHANDRA एक्स-रे ऑब्जर्वेटरी की मदद से वैज्ञानिकों ने दो बौनी आकाशगंगाओं के केंद्र में मौजूद दो ब्लैक होल के विलय का पता लगाया है.
Supermassive Black Hole Merger: एस्ट्रोनॉमर्स ने सुपरमैसिव ब्लैक होल की दो जोड़ियों का पता लगाया है जिसका विलय होने वाला है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रह्मांड में इस तरह की यह पहली घटना है. ये ब्लैक होल दो बौनी आकाशगंगाओं के केंद्र में स्थित हैं. इस दुर्लभ घटना को NASA की CHANDRA X-Ray ऑब्जर्वेटरी की मदद से देखा गया है. वैज्ञानिकों के मुताबिक, हमें इससे ब्रह्मांड के निर्माण और शुरुआती दौर में आकाशगंगाओं के विकास के बारे में जानकारी मिल सकती है.
हर बौनी गैलेक्सी के केंद्र में दो-दो ब्लैक होल
चंद्रा एक्स-रे ऑब्जर्वेटरी ने दो बौनी आकाशगंगाओं की तस्वीर ली, जिनके नाम Mirabilis और Elstir & Vinteuil हैं. Mirabilis हमारी आकाशगंगा से 760 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर स्थित है, जबकि Elstir & Vinteuil हमारी आकाशगंगा से 3.2 बिलियन प्रकाश वर्ष दूर है. हर आकाशगंगा के केंद्र में दो-दो सुपरमैसिव ब्लैक होल हैं. ब्रह्मांड में ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया है.
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जब पदार्थ किसी ब्लैक होल में गिरता है तो उसके चारों तरफ बेहद गर्म प्लाज्मा की एक डिस्क बन जाती है. चंद्रा ऑब्जर्वेटरी ने ब्लैक होल्स की इन्हीं एक्रेशन डिस्क से आ रहे एक्स-रे उत्सर्जन को देखा है. इस खोज से हमें यह समझने में आसानी होगी कि आकाशगंगाएं किस तरह विकसित होती हैं. इनकी स्टडी से हमें यह भी पता चल सकता है कि हमारी Milky Way जैसी विशालकाय आकाशगंगाएं कैसे बनती हैं. ताजा खोज के बारे में रिसर्च पेपर The Astrophysical Journal और ArXiv में छपे हैं.
'बड़ी आकाशगंगाओं की पूर्वज हैं बौनी आकाशगंगाएं'
माना जाता है कि बौनी आकाशगंगाओं के विलय से ही बड़ी आकाशगंगाएं बनती हैं. वैज्ञानिकों के अनुसार, बौनी आकाशगंगाओं में कुछ अरब तारे होते हैं. स्टडी की को-ऑथर ब्रेना वेल्स के मुताबिक, 'शुरुआती ब्रह्मांड में अधिकांश बौनी आकाशगंगाएं और ब्लैक होल शायद बार-बार विलय के कारण अब बहुत बड़े हो गए हैं. एक तरह से, बौनी आकाशगंगाएं हमारी आकाशगंगा की पूर्वज हैं, जो अरबों वर्षों में विकसित होकर हमारी अपनी आकाशगंगा जैसी बड़ी आकाशगंगाएँ बनाती हैं.'