नई दिल्ली: आइसलैंड में सैकड़ों साल शांत रहने के बाद फटे ज्वालामुखी (Iceland volcano, Mount Fagradalsfjall) को देखने के लिए सैकड़ों लोग पहुंच रहे हैं. कई सवालों और भ्रम की स्थिति में घिरे इस जगह पर वैज्ञानिकों की टीम भी मौजूद है, जो लावा और ज्वालामुखी पर रिसर्च कर रही है. ये वैज्ञानिक यहां ज्वालामुखी फटने की वजह खोज रहे हैं. इसी दौरान वैज्ञानिकों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल (Viral Video) हो रहा है. दरअसल ये वैज्ञानिक खाने के लिए अपने साथ बन और चिकेन सॉसेज लाए थे. उन्होंने बन और सॉसेज को गर्म लावे पर ही ग्रिल किया. फिर उसे बन में लगाया और टोमैटो सॉस के साथ खाने लगे. सोशल मीडिया पर ये वीडियो जम कर वायरल हो रहा है.


चार दिन पहले हुआ था विस्फोट


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गौरतलब है कि आइसलैंड (Iceland) के दक्षिण-पश्चिम में स्थित माउंट फैगराडैल्सफाल (Mount Fagradalsfjall) में पहला विस्फोट चार दिन पहले हुआ. तब से अब तक लगातार इस ज्वालामुखी से लावा बाहर निकल रहा है. माउंट फैगराडैल्सफाल (Mount Fagradalsfjall) ज्वालामुखी फटने की वजह से 1640 फीट ऊंची लावे की आकृति बन गई है. इस ज्वालामुखी ने पिछले चार दिनों में 1 करोड़ वर्ग फीट लावा उगला है. आपको ये जानकार आश्चर्य होगा कि कई बार इस लावे का फव्वारा 300 फीट की ऊंचाई तक जा रहा है.



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वैज्ञानिकों की टीम है मौजूद


दरअसल ये वैज्ञानिक हैरत में हैं कि आखिरकार इतने सालों से शांत पड़ा ज्वालामुखी अचानक कैसे फट गया? आइसलैंड में ज्वालामुखी की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं. हर चार-पांच साल में एक बड़ा ज्वालामुखी विस्फोट होता ही है. कारण ये है कि ये देश भूकंपीय गतिविधियों के लिए जाना जाता है. यहां सबसे बड़ा भूकंप साल 2014 में आया था. 


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