James Webb Space Telescope: जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) और गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग तकनीक के कॉम्बो ने वैज्ञानिकों को हैरान कर दिया. उन्होंने इसकी मदद से, पृथ्वी से 6.5 अरब प्रकाश वर्ष दूर स्थित 'ड्रैगन आर्क' नामक आकाशगंगा में 44 व्यक्तिगत सितारों की पहचान की है. यह खोज ब्रह्मांड के उस समय की है जब उसकी आयु वर्तमान आयु का आधा थी. यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में व्यक्तिगत सितारों को इतनी दूर स्थित किसी आकाशगंगा में देखा गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

फोटो के पीछे गुरुत्वाकर्षण का खेल


आमतौर पर, इतनी दूर मौजूद आकाशगंगाएं हमें धुंधले, अस्पष्ट धब्बों के रूप में दिखाई देती हैं. क्योंकि हमारी दूरबीनें उनके भीतर के तारों को अलग-अलग साफ रूप से देखने में सक्षम नहीं होतीं. हालांकि, गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग के जरिए, जो कि विशाल वस्तुओं के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र द्वारा प्रकाश के मोड़ने की प्रक्रिया है, इन दूर की चीजों को करीब से देखा जा सकता है. JWST अब तक का सबसे एडवांस टेलीस्कोप है और यह ऐसी चूर की चीजो को साफ-साफ देख सकता है.


'ड्रैगन आर्क' आकाशगंगा, आकाशगंगाओं के एक समूह 'एबेल 370' के पीछे स्थित है, जो इसके प्रकाश को बढ़ाता और खींचता है, जिससे यह लम्बी दिखाई देती है. इस समूह में मौजूद स्वतंत्र तारे, माइक्रोलेंसिंग के माध्यम से, और भी डिटेल जानकारी देते हैं.


यह भी पढ़ें: जुपिटर के 'मृत्यु भंवर' से लेकर आकाश में 'भूतों' की सवारी तक! 2025 के सबसे रोमांचक स्पेस मिशन


इन दो प्रभावों के कॉम्बिनेशन से, एस्ट्रोनॉमर्स ने 44 व्यक्तिगत सितारों की पहचान की, जो अन्यथा हमें नजर नहीं आते. यह भी पता चला कि इनमें से कई तारे अपने जीवन के अंतिम चरण में हैं, जिन्हें 'लाल महादानव' (रेड सुपरजायंट्स) कहा जाता है. यह रिसर्च Nature Astronomy जर्नल में छपी है.


विज्ञान के क्षेत्र की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें Latest Science News In Hindi और पाएं Breaking News in Hindi देश-दुनिया की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!