Mars Mission: बैटरी-ईंधन हो गया खत्म, टूट गया मंगलयान से संपर्क; मार्स मिशन पर लग जाएगा फुल स्टॉप!
Space News: देश के सबसे महत्वपूर्ण आंतरिक्ष मिशनों में से एक मिशन मंगल की विदाई होने वाली है. जानकारी के मुताबिक मिशन मंगल से संपर्क टूट गया है और ये अब अलविदा कहने वाला है.
Mangalyaan Farewell: भारत का महत्वपूर्ण आंतरिक्ष मिशन (Space Mission) अब खत्म होने जा रहा है. 450 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला मार्स मिशन (Mars Mission) बंद होने जा रहा है. ये बात सुनकर हर कोई हैरान है. मार्स आर्बिटर मिशन 2013 में लांच किया गया था, 2014 में मार्स मिशन मंगल की कक्षा में स्थापित किया गया था. जानकारी के मुताबिक मंगलयान की बैटरी और उसे चलाने वाली ईंधन अब खत्म हो गया है, जिसकी वजह से मिशन का बंद होना तय माना जा रहा है.
बैटरी-ईंधन हो गए खत्म
इसरो (Indian Space And Research Organisation) के मुताबिक अब मंगलयान का ईंधन और बैटरी खत्म हो चुकी है, इससे संपर्क भी टूट गया है. इसरो के वैज्ञानिकों का कहना है कि मिशन ने अपना काम बखूबी किया और उम्मीद से बेहतर परिणाम दिए. इसका कार्यकाल खत्म हो गया है. कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो ऑर्बिटर की बैटरी ग्रहण की वजह से प्रभावित हुई है. ईंधन खत्म होने की वजह से मिशन के बंद होने के कयास लगाए जा रहे हैं.
क्षमता से ज्यादा किया काम
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों के मुताबिक मार्स आर्बिटर मिशन अपना वक्त पूरा कर चुका है. इस ऑर्बिटर ने 8 वर्षों तक काम किया, जबकि इसे सिर्फ 6 महीने तक काम करने की क्षमता के हिसाब से बनाया गया था. यानी कि मिशन उम्मीद से ज्यादा सफल रहा. मंगलयान की सफलता के ऊपर मिशन मंगल नाम से फिल्म भी बनी है.
भारत और इसरो का किया नाम
मंगलयान को 2013 में लांच किया गया था. इसकी लांचिंग PSLV-C25 के जरिए की गई थी. मार्स ऑर्बिटर मिशन को भारत के पहले इंटरप्लेनेटरी मिशन के रूप में लॉन्च किया गया था. इस आंतरिक्ष मिशन की लांचिंग के बाद भारत की आंतरिक्ष एजेंसी इसरो (ISRO) इस तरह के मिशन को लॉन्च करने वाली दुनिया की चौथी अंतरिक्ष एजेंसी बन गई. मार्स मिशन ने स्पेस की दुनिया में भारत को एक नए मुकाम तक पहुंचाया.
मार्स मिशन का उद्देश्य
मार्स मिशन का उद्देश्य मंगल पर जीवन की खोज और उसके रहस्यों के बारे में पता लगाना था. ये मिशन काफी हद तक सफल रहा और इस मिशन के जरिए मंगल ग्रह से जुड़ी कई सारी जानकारियां दुनिया के सामने आईं. मार्स मिशन ने स्पेस की दुनिया में कई नए कारनामे किए. मार्स ऑर्बिटर मिशन ने ये साबित कर दिया कि भारत दूसरी दुनिया में एक मिशन को डिजाइन, लॉन्च और संचालित कर सकता है।
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