नई दिल्ली: हमारे सौरमंडल (Solar System) में कई ग्रह हैं. उन ग्रहों में से सबसे छोटे ग्रह बुध (Mercury) ने सूरज का पारगमन (Transit) पूरा कर लिया है. इस खगोलीय घटना के दौरान सूरज की आभा पर काले और छोटे बिंदु के रूप में नजर आने वाला बुध 5.5 घंटे के चुंबकीय खिंचाव (Gravitational Force) के कारण सौर डिस्क से दूर होता चला गया.


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इस खगोलीय घटना को देखने के लिए वैज्ञानिकों (Scientists) ने टेलीस्कोप और विशेष चश्मों का सहारा लिया था. बुध का व्यास हमारे चंद्रमा के व्यास से आकार में करीब 1406.74 किमी (874 मील) बड़ा है. 


शताब्दी में 13 बार होती है ऐसी घटना


हमारे सौरमंडल में 8 ग्रह (Planets) हैं और सभी एक-दूसरे से आकार व अन्य चीजों में भिन्न हैं. उन ग्रहों में से सबसे छोटे ग्रह बुध ने सूरज का पारगमन पूरा कर लिया है. वैज्ञानिकों, साइंस स्टूडेंट्स और विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों ने इस खगोलीय घटना को देखने के लिए टेलीस्कोप और विशेष चश्मों का सहारा लिया था. बुध का यह पारगमन हर शताब्दी में 13 बार होता है. बुध का अगला ट्रांजिट अब 13 नवंबर, 2032 को होगा. यह आमतौर पर मई या नवंबर में ही होता है.


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बुध सूर्य का सबसे नजदीक ग्रह है 


बुध (Mercury), सौरमंडल के आठ ग्रहों में सबसे छोटा ग्रह है. यह सूर्य के सबसे नजदीक भी है. इसका परिक्रमण काल लगभग 88 दिन का होता है. पृथ्वी (Earth) से देखने पर यह अपनी कक्षा के इर्द-गिर्द 116 दिनों में घूमता नजर आता है. इस चाल को ग्रहों में सबसे तेज माना जाता है. बुध का भूपटल सभी ग्रहों की तुलना में तापमान का सर्वाधिक उतार-चढाव महसूस करता है.


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