Oxygen on Mars: वैज्ञानिकों का सपना है कि वो मानव सभ्यता को मंगल ग्रह तक लेकर जाएं, लेकिन मानव जीवन के लिए सबसे जरूरी चीज है सांस लेने के लिए हवा यानी ऑक्सीजन (Oxygen). मंगल ग्रह पर इंसानों के सांस लेने लायक हवा नहीं है, लेकिन वैज्ञानिकों ने एक तारीका इजाद किया है, जिससे मंगल पर ही ऑक्सीजन बनाया जा सकता है. इसको लेकर हुए एक रिसर्च में वैज्ञानिकों ने बड़ी सफलता हासिल की है. नासा (National Aeronautics and Space Administration) के वैज्ञानिकों ने पर्सीवरेंस रोवर (Perseverance Rover) के साथ एक ऐसे डिवाइस का अविष्कार किया जो मंगल पर ऑक्सीजन बनाने में सफल हुआ है. इस डिवाइस को वैज्ञानिकों ने Moxie नाम दिया है. 


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क्या है Moxie डिवाइस


नासा के पर्सीवरेंस रोवर (Perseverance Rover) में लगा Moxie नाम का ये डिवाइस मंगल पर मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon Dioxide) से ऑक्सीजन (Oxygen) बनाने में सझम है. किसी टिफिन बॉक्स के आकार का ये छोटा डिवाइस करीब एक घंटे में 6 ग्राम तक ऑक्सीजन बनाता है. अब वैज्ञानिक इसके बड़े वर्जन को मंगल पर ले जाने की बात कर रहे हैं. इसका नया संस्करण इस छोटे डिवाइस की तुलना में कई सौ गुना ज्यादा बड़ा होगा और इससे कई गुना ज्यादा ऑक्सीजन बनाने में सझम होगा. वैज्ञानिकों का कहना है कि Moxie हर मौसम में ऑक्सीजन बना सकता है.



इंसानों को मंगल पर ले जाने की उम्मीद बढ़ी


पर्सीवरेंस रोवर (Perseverance Rover) में लगा Moxie छोटे आकार में डिजाइन किया गया था, ताकि उस सेटेलाइट के साथ लॉन्च करने में कोई दिक्कत ना आए, लेकिन अब इसके बड़े वर्जन को मंगल पर ले जाने की बात हो रही है. जो नॉन स्टॉप फुल स्केल पर ऑक्सीजन बनाएगा. Moxie को लेकर चल रही रिसर्च से इसांनों को मंगल पर बसाने की उम्मीद को बढ़ा दी है.


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