धरती आज एक बड़े खतरे से बची ही थी कि अब एक नया खतरा आने को तैयार बैठा है. नासा ने इसे लेकर अलर्ट जारी कर दिया है. नासा ने कहा कि स्टेडियम के आकार का एस्टेरॉयड, जिसका नाम 2024 ON है, वह 17 सितंबर को धरती के करीब से गुजरेगा.


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950 फीट है व्यास


लगभग 950 फीट व्यास वाला यह विशाल एस्टेरॉयड धरती से लगभग 621,000 मील की दूरी से गुजरेगा, जो धरती और चंद्रमा के बीच की दूरी से लगभग 2.5 गुना ज्यादा है. हालांकि यह एस्टेरॉयड सुरक्षित दूरी से गुजर रहा है, फिर भी अपने आकार और रफ्तार के कारण इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.


एटलस स्काई सर्वे ने 27 जुलाई 2024 को 2024 ON नाम के इस एस्टेरॉयड की खोज की थी. यह 40,233 किलोमीटर प्रति घंटे (लगभग 25,000 मील प्रति घंटे) की हैरतअंगेज रफ्तार से  सफर कर रहा है. पृथ्वी के सबसे करीब यह 17 सितंबर को होगा. हालांकि नासा ने कहा है कि इस एस्टेरॉयड से धरती को कोई खतरा नहीं है. लेकिन सुरक्षित रूप से गुजर जाएगा, लेकिन इसकी रफ्तार और निकटता की वजह से यह लोगों के लिए एक कौतुहल का विषय बन गया है. 


नासा लगातार रख रहा नजर


नासा लगातार एस्टेरॉयड की स्पीड, उसकी ट्रैजेक्टरी और कंपोजिशन पर नजर बनाए हुए है. टीम 2024 ON के बारे में ज्यादा जानकारी हासिल करने के लिए ऑप्टिकल टेलीस्कोप का इस्तेमाल करेगी, जिससे वैज्ञानिकों को एस्टेरॉयड के गुणों को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी, जिसमें इसका आकार और सतह की संरचना शामिल है. इस तरह की स्टडी ग्रह रक्षा पहलों और धरती के करीब चीजों की बड़ी आबादी को समझने के लिए अहम हैं.


'जरूरत पड़ी तो लेंगे एक्शन'


नासा के प्लैनेटरी डिफेंस कॉर्डिनेशन ऑफिस (PDCO) ने भी इस बात की पुष्टि की है कि अगर जरूर पड़ी तो वह एक्शन लेने के लिए तैयार हैं. PDCO वो संस्था है, जो अंतरिक्ष से धरती की ओर आने वाले एस्टेरॉयड या किसी भी खतरे को ट्रैक और खत्म करने के लिए जिम्मेदार है. हालांकि 2024 ON से धरती को कोई खतरा नहीं है. लेकिन नासा इस मौके को अपने मॉनिटरिंग सिस्टम और रेस्पॉन्स प्रोटोकॉल्स को सुधारने में करना चाहती है.