Artemis Space Program: वैज्ञानिक चांद पर घर बसाने का सपना पिछले कई दशकों से देखते आ रहे हैं. इस दिशा में हर रोज वैज्ञानिक रिसर्च कर रहे हैं. इस सपने को पूरा करने के लिए नासा ने आर्टेमिस III मिशन की घोषणा की है. नासा के वैज्ञानिक आर्टेमिस  (Artemis) मिशन के तहत फिर से इंसानों को चांद पर भेजने की तैयारी में हैं. दिलचस्प बात ये है कि इस मिशन को 3 साल के अन्दर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. 


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मिशन आर्टेमिस में कौन है सहयोगी


नासा ने चांद पर इंसानों को फिर से ले जाने के लिए साल 2024 तक का टारगेट रखा है. आर्टेमिस III मिशन के तहत चांद पर 13 जगहों के बारे में बताया गया है जिसे इंसानों के लिहाज से रहने लायक माना जा रहा है. इस योजना में अभी केवल SpaceX को चुना गया है लेकिन ऐसी संभावाना है कि आर्टेमिस के लिए  ब्लू ओरिजिन और डायनेटिक्स जैसी कंपनियों से भी बात चल रही है. इस अंतरिक्ष मिशन  SLS रॉकेट का इस्तेमाल किया जाएगा. जो एक बेहद शक्तिशाली रॉकेट है.


कौन सी जगहों पर लैंड करेगा यान


आर्टेमिस मिशन से जुड़े मार्क किरासिच ने बताया कि इलाकों का चुनाव बहुत सोच समझ कर किया गया है. हमने अंधेरे के नजदीक सभी लैंडिंग साइट को चुना है ताकि एस्ट्रोनॉट्स उन इलाकों के बारे में और समझ पाएं. वैज्ञानिकों का ऐसा मानना है कि उन जगहों पर पानी मिलने की संभावना ज्यादा है और इंसानों को बसाने के लिए ये जगहें सबसे अच्छी साबित होंगी. चांद पर इन 13 जगहों को लैंडिग साइट के तौर पर चुना गया है- जर्लेश रिम 2, एमंडसेन रिम, नोबिल रिम 1, नोबिल रिम 2, लिबनिट्ज बीटा प्लैट्यू, मालापर्ट मैसिफ, कनेक्टिंग रिज, कनेक्टिंग रिज एक्सटेंशन, हैवोर्थ, डी जर्लेश-कोशर मैसिफ, फॉस्टिनी रिम ए, शैक्लेटॉन के पास की पहाड़ी और कनेक्टिंग रिज एक्सटेंशन. 



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