Largest Known Prime Number: गणित के दीवानों ने करीब छह साल पहले आखिरी सबसे बड़ी अभाज्य संख्या खोजी थी. अब आधिकारिक रूप से वह रिकॉर्ड पीछे छूट गया है. 21 अक्टूबर को ग्रेट इंटरनेट मर्सेन प्राइम सर्च (GIMPS) ने 52वें मर्सेन प्राइम नंबर की पुष्टि की. यह संख्‍या 2 को 136,279,841 बार गुणा करने और फिर योग से 1 घटाने के बराबर है. नया सबसे बड़ा प्राइम नंबर 41,024,320 अंकों में फैला हुआ है. यह संख्या इतनी बड़ी है कि इसे रखने वाली .txt फ़ाइल 41.8Mb की है. अगर रेफरेंस लें तो लियो टॉल्स्टॉय की War and Peace (587,287 शब्द) की .txt फ़ाइल केवल 3.4 एमबी की है.


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GIMPS की स्थापना 1999 में हुई थी. यह वॉलंटियर्स के एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क पर चलता है जो खास सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर अपने कंप्यूटर की न इस्तेमाल की जा रही प्रोग्रामिंग क्षमताओं से बेहद बड़े मर्सेन प्राइम नंबर्स खोजते हैं. इसका नाम 17वीं शताब्दी के फ्रांसीसी भिक्षु मारिन मर्सेन के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने पहली बार इनका अध्ययन किया था.


हमारे-आपके दिमाग के बस की बात नहीं


मर्सेन संख्‍याएं इतनी बड़ी होती हैं कि कोई इंसानी दिमाग इनकी गणना नहीं कर सकता. इनकी गणना कितनी मुश्किल है, इसका अंदाजा इस बात से लगाएं कि नया खोजा गया सबसे बड़ा प्राइम नंबर जिसे M136279841 नाम दिया गया है, सिर्फ 52वां मर्सेन प्राइम नंबर है. GIMPS के मुताबिक, M136279841 के सबसे बड़ा प्राइम नंबर होने का शक 11 अक्टूबर को NVIDIA के पूर्व कर्मचारी ल्यूक डूरंट ने जाहिर किया था.


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पहली बार GPU से खोजी गई मेरसेन प्राइम संख्‍या


डूरंट ने अपनी संभावित खोज के बारे में GIMPS को बताया. जिसके बाद दुनियाभर में फैले कंप्यूटर्स ने एम136279841 की प्राइमनेस सुनिश्चित करने के लिए लुकास-लेहमर प्राइमलिटी टेस्ट किया. आखिरकार 10 दिन बाद इसकी आधिकारिक पुष्टि हुई. यह पहला मर्सेन प्राइम नंबर है जिसे ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स (GPUs) का इस्तेमाल कर खोजा गया. इससे पहले तक, परंपरागत सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट्स (CPUs) के जरिए ऐसी संख्‍याएं खोजी जाती रहीं.


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सबसे बड़ा प्राइम नंबर खोजने के लिए खर्च किए 2 मिलियन डॉलर


एक GPU से 41,024,320 अंकों की संख्या प्राप्त करना संभव नहीं है. डूरंट ने 17 देशों में 24 डेटासेंटर रीजंस में सर्वर GPU का उपयोग करके बनाए गए सुपरकंप्यूटर क्लाउड नेटवर्क के जरिए M136279841 को ढूंढा. इतना बड़ा सिस्टम सस्ता भी नहीं है. वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, डूरंट ने अक्टूबर 2023 में 52वें मर्सेन प्राइम नंबर की तलाश शुरू करने के बाद से इस प्रोजेक्ट पर लगभग 2 मिलियन डॉलर खर्च किए हैं.


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