Moon Mission Rocket Launch: नासा के जिस मून मिशन (Moon Mission) को दुनिया नजरें गड़ाए देख रही है, वो Moon Mission अपने दूसरे लॉन्च के दौरान फिर फ्यूल लीक के कारण फेल हो चुका है. वैज्ञानिकों की लाख कोशिशों के बाद भी इस लीक को रोका नहीं जा सका. जिसके बाद नासा के अधिकारियों ने रॉकेट लॉन्च (Rocket Launch) के समय को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है. आपको बता दें कि इससे पांच दिन पहले भी फ्यूल लीक होने की वजह से इस मिशन को तय तारीख से आगे के लिए बढ़ा दिया गया था. नासा के इस महत्वाकांक्षी मिशन को फ्लोरिडा में कैनेडी स्पेस सेंटर (Kennedy Space Center) से लॉन्च किया जाना है.


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क्यों जरूरी है ये मिशन


 



मानव मिशन के तहत नासा का ये पहला रॉकेट है जो फ्लोरिडा में कैनेडी स्पेस सेंटर (Kennedy Space Center) से निकल कर चांद के चारों तरफ चक्कर लगाएगा और कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां नासा को भेजेगा. इसमें स्पेस लॉन्च सिस्टम- एसएलएस (Space Launch System- SLS) का इस्तेमाल किया जा रहा है. जिसके सफल होन के बाद नासा Artemis-2 और Artemis-3 मिशन पर काम करेगा. Artemis 3 मिशन तहत साल 2024 तक नासा इंसानों को चांद पर 50 साल बाद फिर से भेजेगा. इसके लिए मिशन एक का सफल होना बेहद जरूरी है.


Artemis-1 में क्या है खास


नासा के अगुवाई में चल रहे इस मिशन में यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी, जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी और कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी भी शामिल हैं. Artemis-1 के रॉकेट और ओरियन कैप्सूल को बोइंग कंपनी (Boeing Co-BA.N) और लॉकहीड मार्टिन कॉर्प ( Lockheed Martin Corp -LMT.N) ने नासा के कॉन्ट्रैक्ट के तहत मिलकर तैयार किया है लेकिन फ्यूल लीक के चलते Artemis-1 के वैज्ञानिकों को फिर से निराश होना पड़ा है. फिलहल इसके लॉन्च को आगे के लिए टाल दिया गया है.


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