Health Studies : मोटापा दुनिया के अधिकांश लोगों के सामने समस्या के तौर पर उभर रहा है. इसकी वजह से कई गंभीर बीमारियों की शुरुआत भी होती है. डायबिटीज़, कैंसर जैसी कई अनेक बीमरियों की वजहों में एक मोटापा है. इस मोटापे को नियंत्रित करने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं. रोज नए शोध हो रहे हैं. अमेरिका के ब्रिघम और विमन हॉस्पिटल में हुए एक ताजा शोध के मुताबिक लेट नाइट स्नैकिंग मोटापे को बढ़ाने के सबसे बड़े कारकों में है. 


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बॉडी सेल्स पर पड़ता है असर 
इस शोध में यह भी निकल कर आया कि लेट रात में खाने पर शरीर में तीन तरह के परिवर्तन होते हैं. यह कैलोरी इनटेक पर असर डालता है.देर रात खाने ऊपर बर्न होने वाली कैलरी की मात्रा भी सामान्य से कम होती है. साथ ही शरीर के फैट उत्तकों के अणुओं में भी काफी बदलाव देखने को मिलते हैं. इसका खतरनाक असर हमारी भूख, नींद और ऊर्जा की खपत पर पड़ता है. इन सब की वजह से  मोटापा बढ़ता है. 



मोटापे में  खाने के टाइम का रोल 
ब्रिघम डिवीजन ऑफ स्लीप एंड सर्कैडियन डिसऑर्डर में मेडिकल क्रोनोबायोलॉजी प्रोग्राम के निदेशक, वरिष्ठ लेखक फ्रैंक ए जे एल स्कीर के अनुसार, "हम शरीर के उन सिस्टम के बारे में जानना चाहते थे जो यह बता सकते हैं कि देर से खाने से मोटापे का खतरा क्यों बढ़ जाता है. हमारे और अन्य लोगों के पिछले शोध से पता चला था कि देर से खाने से मोटापे का खतरा बढ़ जाता है, शरीर में चर्बी बढ़ जाती है और मसल मास कम हो जाता है. अपनी इस कोशिश के जरिए हम वह सब समझना चाहते थे.
हमने पाया कि चार घंटे बाद खाने से हमारे भूख के स्तर पर महत्वपूर्ण अंतर पड़ता है, यह हमारी कैलोरी बर्निंग और फैट रिस्टोरेशन पर असर डालता है. "