Pragyan Rover: चंद्रयान-3 के चांद की सतह पर सफल लैंडिंग के बाद से इस मिशन से जुड़े कई सवाल लोगों को परेशान कर रहे हैं. लोगों में अब इस बात की उत्सुकता है कि प्रज्ञान रोवर की खोज कहां तक पहुंची. चांद की सतह पर रोवर को अब तक क्या-क्या चीजें मिली हैं. तो आपको बता दें कि मिशन के आगे बढ़ने के साथ ही आपको इन सभी सवालों का जवाब मिल जाएगा. इस बीच एक एक्सपर्ट ने उम्मीद जताई है कि प्रज्ञान रोवर को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर बर्फ मिल सकती है. 


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वैश्विक अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी की विशेषज्ञ और निवेशक कैंडेस जॉनसन ने शनिवार को कहा कि चंद्रयान-3 के प्रज्ञान रोवर से यह दिखाने की उम्मीद है कि क्या चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर बर्फ है. उद्योग मंडल सीआईआई द्वारा आयोजित बी-20 सम्मेलन में जॉनसन ने कहा कि भारत का अंतरिक्ष मिशन सिर्फ उसके युवाओं को नहीं बल्कि दुनियाभर के युवाओं को प्रेरित कर रहा है.



जॉनसन ने कहा, “रोवर ने अब चंद्रमा पर चहल-कदमी शुरू कर दी है. हम उम्मीद कर रहे हैं कि कल जो तस्वीरें जारी की जाएंगी, वे यह बताने लगेंगी कि क्या दक्षिणी ध्रुव पर बर्फ मौजूद है और क्या उस बर्फ का उपयोग पानी, ऑक्सीजन या ईंधन के रूप में उपयोग किया जा सकता है.”


जॉनसन उपग्रह कंपनी एसईएस की सह-संस्थापक हैं. इस कंपनी ने भारत में उपग्रह संचार सेवाएं प्रदान करने के लिए जियो के साथ साझेदारी की है. वे अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी कंपनी नॉर्थस्टार की वाइस चेयरपर्सन भी हैं. उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकियों में प्रगति और लांचरों के सस्ते होने से अंतरिक्ष में जाने की लागत कम हो गई है, जिससे अंतरिक्ष का लोकतंत्रीकरण हो रहा है.



जॉनसन ने कहा, “हम ऐसे प्रक्षेपक देख रहे हैं, जो अब और सस्ते हो रहे हैं. भारत ना सिर्फ अपने बल्कि दुनियाभर के युवाओं को प्रेरित कर रहा है. हालांकि, मुझे इसकी बहुत चिंता हो रही है कि हम अंतरिक्ष का उपनिवेशीकरण कर सकते हैं. मैंने स्वच्छ, सुलभ, न्यायसंगत और शांतिपूर्ण अंतरिक्ष के लिए एक घोषणापत्र बनाया है.”


(एजेंसी इनपुट के साथ)