Logic Behind Superstitions: भारत में लोग कई तरह के अंधविश्वासों को मानते हैं. काली बिली अगर किसी का रास्ता काट जाए तो उस दिन कुछ न कुछ अशुभ होना तय हैं, ऐसा लोग मानते हैं. सबसे बड़ा सवाल जो आप सभी के मन में कभी न कभी उठता है कि आखिर ये सारे टोटके और अंधविश्वास कहां से आए हैं. आपको बता दें कि अंधविश्वासों का चाहें  किसी के पास कोई तर्क न हो लेकिन कुछ वैज्ञानिक रूप से सही हैं. तो आइए जानते हैं कि ये कैसे सही हैं.


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रात में पीपल के नीचे न खड़े हों
आपने कई बार अपनी दादी नानी को पीपल के पेड़ के नीचे खड़े होने से मना किया जाता है. वैज्ञानिक रूप से अगर इसे देखा जाए तो रात में पेड़ के नीचे खड़े होने के लिए इसलिए मना किया जाता है क्योंकि रात में पेड़ कॉर्बन डाइ आक्साइज रीलीज करते हैं जो हमारे सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा हानिकारक हो सकते हैं. 


पीरियड में औरतों को काम करने से रोकना
आपने हमेशा अपनी दादी या फिर मम्मी को कहते सुना होगा कि पीरियड में लड़की को किचन में नहीं आना चाहिए न ही कोई काम करना चाहिए. आज इसे अंधविश्वास के रूप में माना जाता है. लेकिन इसके पीछ भी एक साइंटिफिक रीजन है. असल में ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि पीरियड में बहुत ज्यादा ब्लज लॉस होने के कारण महिलाएं कमजोर हो जाती है. इसलिए उन्हें किचन में जाने को मना किया जाता है ताकि वो आराम कर सकें.


दही चीनी खाने का रिवाज
कभी भी कोई एग्जाम देने से पहले आपको हमेशा दही चीनी खान की सलाह दी जाती है. ऐसा मानते हैं कि अगर कोई दही चीनी खा कर कोई काम करने जाता है तो उसे उस काम में सफलता मिलती है. ऐसा करने के पीछे भी एक साइंटिफिक रीजन है. असल में दही चीनी का कॉम्बिनेशन खाने से दिमाग शांत रहता है. इस बात से तो कोई भी अंजान नहीं है कि शांत दिमाग से हर काम अच्छे से होता है जिसके कारण इंसान को सफलता मिलती है.


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