Uttam AESA Radar: स्वदेशी `उत्तम` रडार से और ज्यादा ताकतवर होगा Tejas Fighter Jet, 100 टारगेट पर एक साथ नजर
भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) में शामिल होने जा रहे 123 तेजस फाइटर जेट्स में से 51 फीसदी विमानों में उत्तम एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे (Active Electronically Scanned Array - AESA) रडार लगाया जाएगा. उत्तम रडार इतना ताकतवर है कि वह एक साथ 100 टारगेट्स पर नजर रख सकेगा.
नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) का मल्टीरोल कॉम्बैट (Multirole Combat Aircraft) हल्के फाइटर जेट तेजस (Tejas Fighter Jet) अब और ज्यादा ताकतवर होगा. इसमें इजरायली रडार (Israeli Radar) को हटाकर स्वदेशी 'उत्तम' रडार (Uttam AESA Radar) लगाया जा रहा है. अब देश को इजरायली रडार खरीदने नहीं पड़ेंगे. स्वदेशी रडार से ही देश के लड़ाकू विमानों को अपग्रेड किया जाएगा. आपको बता दें कि उत्तम रडार इतना ताकतवर है कि वह एक साथ 100 टारगेट्स पर नजर रख सकेगा.
51 फीसदी विमानों में उत्तम रडार
भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) में शामिल होने जा रहे 123 तेजस फाइटर जेट्स में से 51 फीसदी विमानों में उत्तम एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे (Active Electronically Scanned Array - AESA) रडार लगाया जाएगा. गौरतलब है कि इंडियन एयरफोर्स को सबसे पहले 40 तेजस मिलेंगे जिसमें इजरायली रडार लगे हुए हैं. लेकिन स्वदेशी रडार 'उत्तम' के बाद इजरायली रडार का आयात बंद कर दिया जाएगा.
उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन
इसके बाद वायुसेना को जो 83 तेजस मार्क-1ए जेट्स मिलने वाले हैं उनमें उत्तम रडार लगा रहेगा. DRDO के चेयरमैन सतीश रेड्डी ने बताया कि उत्तम राडार उम्मीद से कहीं ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करके दिखाया.
स्वदेशी उपकरणों पर जोर
HAL के सीएमडी आर. माधवन ने कहा कि केंद्र सरकार इस समय रक्षा उपकरण और ढांचागत विकास को स्वदेशी प्लेटफॉर्म पर लाने का प्रयास कर रही है. इसलिए देशी उपकरणों का लगातार ट्रायल किया जा रहा है. स्वदेशी रडार को अपने फाइटर जेट्स में जोड़ा जा रहा है.
तेजस में 62 से 65 फीसदी स्वदेशी उपकरण
आर. माधवन ने कहा कि हम चाहते हैं कि तेजस में 62 से 65 फीसदी स्वदेशी उपकरण और लगाएं. उत्तम स्टेट-ऑफ-द-आर्ट एक ऐसा रडार है जो एक साथ 100 टारगेट्स को ट्रैक कर सकता है. साथ ही निगरानी के समय अत्यधिक हाई-रेजोल्यूशन की तस्वीरें भी लेने में सक्षम है.
दुश्मन को खत्म करने में पूरी तरह सक्षम
उत्तम रडार बनाने वाली टीम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर शेशागिरी पी. ने बताया कि उत्तम रडार को दो एलसीए तेजस और एक्जीक्यूटिव जेट पर लगाकर उड़ाया और इसके ट्रायल्स लिए. इसके ट्रायल्स 230 घंटे की उड़ान के दौरान किए गए. जिसमें पाया गया कि उत्तम रडार की मदद से बेयोन्ड विजुअल रेंज (BVR) हथियार भी दुश्मन की ओर दागे जा सकते हैं. इसका मतलब है कि दुश्मन अगर रडार पर है और वह आंखों से नहीं भी दिख रहा है तब भी इस रडार की मदद से छोड़ी गई मिसाइल दुश्मन को बर्बाद करने मे सक्षम है
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चौतरफा हमला करेगा उत्तम
इस रडार की मदद से हवा से हवा में, हवा से समुद्र में और हवा से जमीन पर हथियारों से हमला किया जा सकता है. इसमें नेविगेशन टेरेन एवॉयडेंस और वेदर मोड है जिससे बारिश के समय और घने बादलों के बीच भी ये रडार जबरदस्त प्रदर्शन की क्षमता रखता है.
उत्तम की नजर से नहीं बच पाएंगे दुश्मन
उत्तम रडार तेजस फाइटर जेट को दुश्मन से बचाएगा. यह युद्ध क्षेत्र की सबसे सटीक जानकारी तेजस के पायलट को देगा. इससे दुश्मन की नजर से बचते हुए तेजस एकसाथ 100 टारगेट्स पर नजर रख सकेगा. इतना ही नहीं जो दुश्मन आंखों की रेंज से बाहर हैं उन्हें भी ये निशाना बनाकर ध्वस्त कर सकता है.
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