Volcanic Eruption in Japan: जापान में विज्ञान से जुड़ी एक बड़ी घटना देखने को मिली है. रिसर्चर के मुताबिक टोक्यो से 12 सौ किमी दक्षिण में समुद्र के नीचे ज्वालामुखी विस्फोट हुआ, जिसके बाद समुद्र में एक नए द्वीप का निर्माण हो गया है. यह नया द्वीप अब ओगासावरा द्वीप समूह का हिस्सा बन गया है. इस नए द्वीप में मुख्य रूप से ज्वालामुखी विस्फोट से निकली चट्टानें शामिल हैं. टोक्यो यूनिवर्सिटी के भूकंप अनुसंधान संस्थान के मुताबिक, अगर ज्वालामुखी की गतिविधि ऐसे ही जारी रही तो इस द्वीप का आकार बड़ा हो सकता है.


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समुद्र में जमा हुए दहकता लावा


टोक्यो यूनिवर्सिटी में ज्वालामुखी विज्ञान के प्रोफेसर सेत्सुया नाकाडा कहते हैं कि इवो जिमा इलाके के आसपास के समुद्र में पिछले कुछ वक्त से ज्वालामुखी का मैग्मा फूट रहा है. इस स्थिति को विज्ञान की भाषा में फाइटोमैग्मैटिक विस्फोट कहा जाता है. ज्वालामुखी से निकला दहकता लावा यानी मैग्मा ठंडा होकर समुद्र की सतह में जमा हो रहा है. 


लंबे वक्त तक बना रहेगा द्वीप!


प्रोफेसर सेत्सुया नाकाडा के मुताबिक 30 अक्टूबर के विस्फोट के बाद समुद्र की सतह में जमा हुआ ठोस मैग्मा सतह को तोड़ने लगा, जिससे नए द्वीप का निर्माण हुआ. इसके पहले चरण में काले रंग का एक सीधा और ठोस मलबा बाहर निकला, जबकि ज्वालामुखीय राख समुद्र में बहती रही. वे कहते हैं कि आम तौर पर इस तरह ज्वालामुखी लावा से बने द्वीप लंबे वक्त तक बने नहीं रह पाते और वे बह जाते हैं. हालांकि जब तक इस ज्वालामुखी में से मैग्मा निकलता रहेगा, तब तक द्वीप बना रहेगा.  


प्रोफेसर नाकाडा कहते हैं कि अगर उस ज्वालामुखी में भारी मात्रा में लावा निकलता है तो संभव है कि यह द्वीप सदा के लिए बन जाएगा. हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं है कि यह ज्वालामुखी लंबे वक्त तक बना रहेगा या नहीं. 


वर्ष 2013 में भी बना था ऐसा आईलैंड


उन्होंने बताया कि जिस तरह से इस द्वीप का उद्भव हुआ, ठीक वैसे ही वर्ष 2013 में एक और नए द्वीप का विकास हुआ था. हालांकि वह बाद में ओगासावारा श्रृंखला में बने एक द्वीप निशिनोशिमा में विलीन हो गया. निशिनोशिमा द्वीप का का निर्माण भी पानी के नीचे ज्वालामुखी विस्फोट से हुआ था, जिसका एरिया लगभग 2 किलोमीटर तक बढ़ गया था.


कहां पर बना है ये द्वीप


नाकाडा ने संभावना जताई कि अगर ज्वालामुखी विस्फोट ऐसे ही जारी रहता है तो नया द्वीप इवो जीमा में विलीन हो सकता है. इवो ​​जिमा ओगासावारा द्वीप के दक्षिण में एक सक्रिय ज्वालामुखी है. यह फुकुतोकू-ओकानोबा पानी के नीचे बने एक दूसरे ज्वालामुखी से लगभग 60 किमी उत्तर में है, जिसमें 2021 में समुद्र के नीचे एक बड़ा विस्फोट हुआ था.