Can humans survive without sun light: पृथ्वी जब अपनी धुरी पर घूमती है जिसकी वजह से दिन और रात होते हैं. क्या हो जब एक रात आप सो जाएं और अगली सुबह सूरज ही ना निकले? क्या आपके दिमाग में कभी ये सवाल आया है? चलिए आज इसका जवाब खोजने की कोशिश करते हैं कि अगर धरती से सूरज की रोशनी गायब हो जाएगी तो यहां पर क्या होगा.


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आकाशीय पिंडों पर दिन-रात


वैज्ञानिकों के अनुसार सूरज की आयु करीब 9 अरब साल से भी ज्यादा है. सौरमंडल में मौजूद आकाशीय पिंडों के बीच लगने वाला गुरुत्वाकर्षण बल उन्हें स्पेस में स्टेबिलिटी देता है. एक निश्चित समय अंतराल पर ये सब अपने धुरी की परिक्रमा करते हुए सूरज का चक्कर लगाते हैं. इन्हीं चक्करों की वजह से हर ग्रह के साल और दिन-रात तय होते हैं.


क्या हो जब सूरज खत्म हो जाए


सूरज के गायब होने पर सबसे पहली बात जो होगी उससे हम सब वाकिफ हैं, यानी धरती और सौर मंडल के सभी ग्रहों पर भी अंधेरा छा जाएगा. और ऐसा ही चलता रहा था तो धीरे-धीरे धरती का तापमान गिरने लगेगा और एक वक्त ऐसा होगा कि पूरी पृथ्वी बर्फ की चादर में लिपट जाएगी.
पेड़-पौधों के लिए सूरज की रोशनी बेहद अहम है, अगर ऐसा ही रहा तो धरती के पेड़-पौधे भी खत्म हो जाएंगे. इनके साथ बड़े जीव भी अपना अस्तित्व खोने लगेंगे और इंसान भी मरने के कगार पर होंगे.


चांद की रोशनी, धरती के किसी काम की नहीं बचेगी क्योंकि चांद खुद सूरज की रोशनी से ही चमकता है. अब सवाल है जब सब खत्म हो जाएंगे तो बचेगा कौन? तो आपको बता दें कि केवल वही जीव खुद को जिंदा रख पाएंगे जो खुद को वातावरण के हिसाब से खुद में बदलाव ला पाएंगे. ऐसे में संभावनाओं के मुताबिक समुद्र तल की गहराई में पाए जाने वाले कुछ जीव शायद धरती के केंद्र में छिपी ऊर्जा का इस्तेमाल करते हुए खुद को जिंदा रखने में कामयाब हो सकेंगे.


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