Sun Death Countdown: आपसे पूछा जाए कि अगर आपके जिंदगी से सूरज को एक दिन के लिए हटा दिया जाए तो क्या होगा? मई-जून की गर्मियों में शायद ये सवाल आपको अच्छा लगे पर दिसम्बर की सर्दियों में ये सवाल परेशान कर देगा. लेकिन जब आप इस सवाल का जवाब वैज्ञानिक तौर पर खोजने की कोशिश करेंगे, फिर मौसम चाहे कोई भी हो इस बात की कल्पना भी कर पाना आसान नहीं है. आज आप यहां जानेंगे सूरज के खत्म होने की प्रक्रिया कैसी होगी.


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हर रोज आसमान से अनेकों तारे टूटते हैं किसी तारे का टूटना उसके जीवन को खत्म होने को दर्शाता है. हम सभी जानते हैं कि अपना सूरज भी एक तारा है और क्या होगा जब ये हमेशा के लिए अस्त हो जाएगा?  खैर ये एक बहुत लम्बी प्रक्रिया है. जिसके होने में कई सौ करोड़ साल लगेंगे. सूरज खत्म होने की कहानी जानने से पहले जान लीजिए सूरज बना कैसे?


कैसे चमकता है सूरज


अपने सोलर सिस्टम का सूरज गैसे के गुबार जैसा है. इस गुबार में ज्यादातर गैसे हाइड्रोजन और हिलीयम हैं. इन्हीं गैसों के मॉलिक्यूल आपस में टकराते हैं तो बड़ी मात्रा में ऊर्जा मुक्त होती है. इसी ऊर्जा की बदौलत सूरज चमकता है. यहीं बेसिक क्रिया है जो सूरज और दूसरों तारों को ईंधन देता है. लेकिन इसके साथ ही यहां गुरुत्वाकर्षण का बड़ा रोल है. 


कैसे खत्म हो जायेगा ईंधन


जानकारों की मानें तो जब तक गैसों का फ्यूजन होता रहेगा तब तक सूरज चमकता रहेगा. ऐसा माना जा रहा है कि लगभग 5 अरब साल बाद सूरज के हाइड्रोजन खत्म होने के आसार हैं. लेकिन अभी सूरज अपने जीवन काल की स्थिर अवस्था में है. लेकिन जब ये हाइड्रोजन खत्म हो जायेगा तो सूरज अपनी स्थिर अवस्था को खो देगा. एस्ट्रोफिजिसिस्ट जिलियन स्कडर ने द कन्वर्सेशन में लिखे एक रिर्पोट में बताया कि जब सूरज के कोर से हाइड्रोजन खत्म होंगे. तब हिलीयम के कोर के चारों ओर हाइड्रोजन की एक परत बन जाएगी. सूरज में गुरुत्वाकर्षण उसके कोर को और सिकोड़ लेगा और बाकि बचा सूरज का हिस्सा विस्तार करने लगेगा.


सूरज लील जाएगा धरती


बाकि बचा सूरज का हिस्सा जो विस्तार कर रहा होगा वो बढ़ते हुए सारे ग्रहों को अपने अन्दर समा लेगा और अंग्रेजी भाषा में कहे तो ये किसी रेड जाइंट यानि लाल दानव बदल जाएगा. जो लगभग एक अरब साल तक इसी अवस्था में रहेगा. 


धीरे धीरे जब बाहरी हाइड्रोजन खत्म हो जाएगी और हिलीयम की ज्यादा मात्रा अन्य गैसों जैसे आक्सीजन और कार्बन डाई आक्साइड से क्रिया करने लगेगा. जिसके बाद सूरज ठंडा होने लगेगा और खुद के गुरुत्व बल से सिमट कर छोटा हो जाएगा और नेब्यूला प्लेनेटरी ( मरते हुए तारे के बाहरी परतों से बनने वाली कॉस्मिक गैस और धूल का क्षेत्र ) को पीछे छोड़ते हुए इसके सभी बाहरी पदार्थ नष्ट हो जाएंगे.


क्या कहते हैं खगोल वैज्ञानिक 


खगोलविदों का अनुमान है कि सूरज इतनी जल्दी नहीं खत्म होगा इस प्रक्रिया में लगभग 7-8 बिलियन से भी ज्यादा का समय लगेगा. तब तक मानव जाति अपने विकास के किस मोड़ पर होगी कौन जानता हैं.


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