Paris Olympics 2024 : अमन सहरावत का फाइनल खेलने का सपना टूटा, जापान के हिगुची ने दी शिकस्त; खेलेंगे ब्रॉन्ज मेडल मैच
भारतीय रेसलर अमर सहरावत का ओलंपिक सेमीफाइनल खेलना का सपना टूट गया है. उन्हें 57 किग्रा भारवर्ग में जापान के री हिगुची ने हराकर गोल्ड मेडल मैच की रेस से बाहर कर दिया है. हालांकि, उनके पास अभी भी मेडल जीतने का मौका है. वह ब्रॉन्ज मेडल मैच खेलेंगे.
Aman Sehrawat Semi Final Match Result : भारतीय रेसलर अमर सहरावत का ओलंपिक सेमीफाइनल खेलना का सपना टूट गया है. उन्हें 57 किग्रा भारवर्ग में जापान के री हिगुची ने हराकर गोल्ड मेडल की रेस से बाहर कर दिया. हालांकि, उनके पास अभी भी मेडल जीतने का मौका है. अब वह ब्रॉन्ज मेडल के लिए चुनौती पेश करेंगे. उनका यह मुकाबला 9 अगस्त को होगा. हिगुची ने यह मैच टेक्निकल सुपीरियॉरिटी के आधार पर जीता. प्री क्वार्टर फाइनल और क्वार्टर फाइनल मैच जीतकर अमन ने सेमीफइनल का टिकट पक्का किया था.
कुछ मिनट में ही हारे मुकाबला
भारत के युवा पहलवान अमन सहरावत पेरिस ओलंपिक के पुरुषों के 57 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग के शुरूआती दो मुकाबले टेक्निकल सुपीरियॉरिटी से जीतने के बाद जापान के टॉप वरीय री हिगुची से एकतरफा सेमीफाइनल में हार गए. रियो ओलंपिक के सिल्वर मेडलिस्ट हिगुची ने पहले ही राउंड में टेक्निकल सुपीरियॉरिटी से आसानी से 10-0 से जीत दर्ज की. छत्रसाल अखाड़े के प्रतिभाशाली पहलवान अमन ने प्री क्वार्टर फाइनल और क्वार्टर फाइनल में दमदार प्रदर्शन किया था. लेकिन हिगुची के खिलाफ आक्रामक खेल नहीं दिखा पाए और एक भी अंक नहीं जुटा सके. अब वह शुक्रवार (9 अगस्त) को रात 10.45 बजे ब्रॉन्ज मेडल के मैच में पुअर्तो रिको के डारियान टोई क्रूज से भिड़ेंगे.
अल्बानिया के रेसलर को चटाई थी धूल
अमन ने क्वार्टर फाइनल में अल्बानिया के जेलिमखान अबाकारोव पर टेक्निकल सुपीरियॉरिटी (12-0) की जीत से सेमीफाइनल में पहुंचकर कुश्ती में देश की मेडल की उम्मीद जगाई. एशियाई चैंपियनशिप के गोल्ड मेडलिस्ट और ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले देश के एकमात्र पुरुष पहलवान अमन ने क्वार्टर फाइनल में अबाकारोव पर आसानी से जीत हासिल की. पहले राउंड में अबाकारोव की ‘पैसिविटी’ (निष्क्रियता) के कारण एक अंक और फिर ‘टेक डाउन’ से दो अंक हासिल किये. दूसरे राउंड में भी पूर्व वर्ल्ड चैंपियन अबाकारोव का यही हाल रहा, जिसके बाद भारत के 21 साल के युवा पहलवान ने फितले बांधने (दोनों पैर पकड़कर कई बार घुमाना) की कोशिश और कामयाब भी हुए. इस तरह उन्होंने लगातार 8 अंक जुटाए और 10 से ज्यादा अंक जुटाकर टेक्निकल सुपीरियॉरिटी से जीत गये. लेकिन अबाकारोव ने अंत में मिले दो अंक को चुनौती दी. हालांकि, रैफरी ने अमन के पक्ष में फैसला किया जिससे उन्हें एक और अंक मिला.
पहला मैच भी जीता था
पहले अमन उत्तर मैसेडोनिया के प्रतिद्वंद्वी व्लादिमीर इगोरोव के खिलाफ प्रभावशाली प्रदर्शन के बूते क्वार्टर फाइनल में पहुंचे थे. मुकाबले के दौरान अमन काफी फुर्तीले दिखे और उन्होंने अपना डिफेंस बरकरार रखते हुए पूर्व यूरोपीय चैम्पियन पर टेक्निकल सुपीरियॉरिटी के आधार पर 10-0 से जीत हासिल की.